नई दिल्ली। लॉकडाउन में ढील मिलने के बाद सरकार द्वारा पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 10 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर उत्पाद शुल्क 13 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिया गया है। साथ ही असम, दिल्ली, चेन्नई, हरियाणा, पंजाब, यूपी और उत्तराखंड सरकार ने वैट बढ़ाकर पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाने का फैसला किया था। लेकिन सूत्रों के अनुसार, लॉकडाउन हटने के बाद तेल कंपनियां पेट्रोल और डीजल के दाम की दैनिक समीक्षा फिर शुरू करेंगी। कंपनियां एक्साइज ड्यूटी बढ़ने के चलते अपने फायदे-नुकसान का रिव्यू करेंगी। साथ ही कच्चे तेल की कीमत बढ़ने की स्थिति में कंपनियां तेल की कीमत बढ़ा भी सकती हैं।
हालांकि आज पेट्रोल-डीजल के दाम में बदलाव नहीं आया है। आज ग्राहकों को एक लीटर पेट्रोल व डीजल के लिए सोमवार वाली कीमत ही चुकानी होगी। प्रमुख महानगरों में इतना है दाम आईओसीएल के अनुसार, आज दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में एक लीटर पेट्रोल की कीमत क्रमश: 71.26, 76.31, 73.30 और 75.54 रुपये प्रति लीटर है। डीजल की बात करें, तो इन महानगरों में इसका दाम क्रमश: 69.39, 66.21, 65.62 और 68.22 रुपये है। पेट्रोल-डीजल की कीमत आप एसएमएस के जरिए जान सकते हैं।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, आपको RSP और अपने शहर का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा। हर शहर का कोड अलग-अलग है, जो आपको आईओसीएल की वेबसाइट से मिल जाएगा। मालूम हो कि उत्पाद शुल्क में इस बढ़ोतरी के बाद लोगों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की घटी कीमतों का कोई भी फायदा नहीं मिल पाएगा।
नकदी संकट से जूझ रही केंद्र सरकार को पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क में रिकॉर्ड बढ़ोतरी से चालू वित्त वर्ष में 1.6 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व मिल सकता है। इससे सरकार को कोरोना वायरस संकट के चलते लॉकडाउन से हो रहे राजस्व नुकसान की भरपाई करने में मदद मिलेगी। बता दें कि प्रति दिन सुबह छह बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। सुबह छह बजे से ही नई दरें लागू हो जाती हैं।
पेट्रोल व डीजल के दाम में कीमत में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है। विदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमतें क्या हैं, इस आधार पर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। इन्हीं मानकों के आधार पर पर पेट्रोल रेट और डीजल रेट रोज तय करने का काम तेल कंपनियां करती हैं।
डीलर पेट्रोल पंप चलाने वाले लोग हैं। वे खुद को खुदरा कीमतों पर उपभोक्ताओं के अंत में करों और अपने स्वयं के मार्जिन जोड़ने के बाद पेट्रोल बेचते हैं। पेट्रोल रेट और डीजल रेट में यह कॉस्ट भी जुड़ती है। देश में पेट्रोल-डीजल पर टैक्स 69 फीसदी हो गया है, जो विश्व में सबसे ज्यादा है। पिछले साल तक भारत में पेट्रोल-डीजल पर 50 फीसदी तक टैक्स था।