प्रयागराज। साधु संतो की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकास कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि वह संविधान की रक्षा करते हुए धर्म का पालन कर रहे हैं।
महंत नरेंद्र गिरि ने सोमवार को प्रधानमंत्री के विकास कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि वह संविधान की रक्षा करते हुए धर्म का पालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी के आज अपने वाराणसी दौरे के साथ ही हंडिया से वाराणसी तक छह लेन के राष्ट्रीय राजमार्ग -दो का लोकार्पण कर प्रयागराज को भी सौगात देंगे।
उन्होंने ने कहा मोदी के कार्यकाल में देश में सबसे ज्यादा सड़कों का विकास हुआ है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य ने भी सड़कों का जाल बिछाया है। महंत गिरी ने मोदी और योगी से गांवों की सड़कों के भी जीर्णोद्धार की मांग की है। उन्होने कहा कि गांव की सड़कें बनने से प्रदेश के गांवों की तस्वीर बदल जाएगी।
गिरी ने तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद का नाम बदल कर उसका प्राचीन नाम भाग्यनगर किए जाने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि मुगलों ने देश में सैकड़ों वर्षों तक राज किया और कई देश के प्राचीन शहरों के नाम बदल कर उसका इस्लामीकरण कर दिया था और अब देश आजाद है, ऐसे में जिस तरह से इलाहाबाद का नाम करीब 500 वर्षों बाद बदलकर प्रयागराज किया गया है और फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या किया गया है, उसी तरह से हैदराबाद का नाम भी बदलकर भाग्यनगर कर दिया जाना चाहिए।
महंत नरेंद्र गिरी ने कहा है कि हो सकता है कि हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर किए जाने से हैदराबाद के साथ ही साथ हैदराबाद से ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के सांसद असदुद्दीन ओवैसी का भी भाग्य बदल जाये। उन्होंने औवैसी द्वारा हैदराबाद का नाम बदले जाने का विरोध किए जाने को अनुचित करार दिया है। उन्होंने कहा कि हैदराबाद का प्राचीन नाम दिए जाने में किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर किए जाने के बाद शहर का विकास भी होगा जनता को भी निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मजबूत करने के लिए वोट करना चाहिए। उन्होंने एक बार फिर से हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर किए जाने की मांग की है।