नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने रविवार को कहा कि नए कृषि सुधार कानूनों से देश के कृषि क्षेत्र में नई क्रांति आएगी और इससे किसान खुशहाल होगा। दिल्ली प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा द्वारा देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह की समाधि, किसान घाट पर ऐतिहासिक कृषि सुधार कानूनों के समर्थन में आज आयोजित किसान खाट महापंचायत में दिल्ली के 365 गांवों के सैकड़ों किसानों को संबोधित करते हुए बिधूड़ी ने कहा कि नए कृषि कानूनों से देश के किसानों की आय दोगुनी होगी, नई तकनीकों के प्रयोग से कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी, कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और हमारे कृषि उत्पादों का निर्यात बढ़ेगा जिससे हमारा विदेशी मुद्रा भंडार भरेगा।
चाहे अनाज हो, दलहन हो या फिर तिलहन हो, हर मामले में देश आत्मनिर्भर बनेगा और किसान सशक्त होगा। उन्होंने कहा कि इन कानूनों की बदौलत यह पहली बार होगा कि किसान की फसल का दाम उसे मात्र तीन दिन में मिलेगा। उसे फसल बेचने की आजादी होगी और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) भी जारी रहेगा। किसान यदि किसी फर्म से समझौता करेगा, तो बुवाई से पहले ही फसल की कीमत तय हो जाएगी।
यदि किसान समझौते को तोड़ता है तो उस पर कोई जुर्माना नहीं लगेगा लेकिन यदि समझौता करने वाली फर्म समझौता तोड़ती है, तो उस पर जुर्माना जरूर लगेगा। बीज, खाद, नई तकनीक आदि सबकुछ फर्म को देना होगा और फसल के नुकसान का जोखिम भी उसे ही उठाना होगा। सबसे बड़ी बात यह भी तय कर दी गई है कि समझौता फसल का होगा, जमीन का नहीं। किसान की जमीन हमेशा उसके पास रहेगी। उन्होंने कहा कि आज देश में करोड़ों एकड़ जमीन खाली पड़ी है।
उस पर कोई खेती नहीं होती। लेकिन नए कानूनों के आने के बाद ऐसी जमीनों में भी पैदावार होगी। किसान खाट महापंचायत की अध्यक्षता कर रहे प्रधान चौधरी समुंदर सिंह माथुर, दिल्ली प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष जयवीर राणा और दिल्ली प्रदेश भाजपा, किसान मोर्चा के अध्यक्ष विनोद सहरावत ने भी इस पंचायत को संबोधित किया। इस महापंचायत में पहुंचे दिल्ली के 365 गांवों के किसान प्रतिनिधियों ने एक स्वर से नए कृषि कानूनों का स्वागत व समर्थन किया तथा किसानों के हक में यह अभूतपूर्व पहल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार भी व्यक्त किया।