नई दिल्ली। कोरोना वायरस यानी कोविड 19 से दुनियाभर के करीब 195 देशों में कोहराम मचा है। दुनियाभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 42 लाख के पास पहुंच चुका है। जबकि कोविड 19 के संक्रमण की चपेट में आने से 2 लाख 87 हजार लोग मारे जा चुके हैं। इस महमारी का सबसे बड़ा गढ़ अमेरिका बन चुका है। अकेले अमेरिका में कोरोना संक्रमितों की संख्या 14 लाख के करीब पहुंच चुका है जबकि 81 लोगों की जानें जा चुकी हैं।
तकरीबन 6 महीने से कोरोना के जारी कोहराम के बीच अबतक इसपर काबू पाने के लिए ना तो किसी वैक्सीन की खोज हो पाई है और न ही दुनियाभर के वैज्ञानिक व डॉक्टर कोई दवाई ही ढूढ़ पाए हैं। इन सबके बीच कोरोना वैक्सीन को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने बड़ा खुलासा किया है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस खुलासा किया है कि 7 से 8 कंपनियां ऐसी हैं जो कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में सबसे आगे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग से उनके काम में तेजी लाई जा रही है।
टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा कि दो महीने पहले तक हमारी सोच यह थी कि इसकी वैक्सीन को बनाने में 12 से 18 महीनों का समय लग सकता है। लेकिन अब एक त्वरित प्रयास किया जा रहा है जिसमें एक सप्ताह पहले 40 देशों, संगठनों और बैंकों द्वारा अनुसंधान, उपचार और परीक्षण के लिए 7.4 बिलियन यूरो की मदद की गई है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन की खोज के लिए 8 बिलियन डॉलर की राशि पर्याप्त नहीं होगी। हमें वैक्सीन के विकास को गति देने के लिए अतिरिक्त धन की आवश्यकता होगी। हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत होगी कि उस वैक्सीन की पहुंच सभी तक हो और कोई भी पीछे न छूट जाए। हालांकि उन्होंने कोरोना वैक्सीन की रेस में आगे रहने वाली कंपनियों के नाम का खुलासा नहीं किया।