अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका को भारत का एक स्वाभाविक भागीदार बताते हुए आज कहा कि 21 वीं सदी की नयी चुनौतियों और अवसरों से हो रहे बदलावों के बीच दोनो देशों के संबंधों की भूमिका इस दौर में बेहद महत्वपूर्ण रहेंगी। उन्होंने दो देशों के बीच संबंधों का मूल आधार आपसी विश्वास की गहरायी को बताते हुए कहा कि अब भारत अमेरिका के बीच ऐसा विश्वास काफी ऊंचाई पर है। मोदी ने ट्रंप के सम्मान में आयोजित नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि 21 वीं सदी में नयी चुनौतियां और अवसर बदलाव की नयी नीव रख रहे हैं। ऐसे में अमेरिका भारत के संबंधों की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका होगी। भारत अमेरिका स्वाभाविक भागीदार है। हमारे संबंध सिर्फ एशिया प्रशांत क्षेत्र में सहयोग और आतंकवाद को हराने तक ही सीमित नहीं हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि 21 वीं सदी के एक महत्वपूर्ण दशक की शुरूआत में ही ट्रंप जैसे विलक्षण नेता का भारत आना एक दीर्घकालिक संकल्पना के तहत है किसी अल्पकालिक विचार के तहत नहीं। एक लाख से अधिक लोगों की मौजूदगी में यहां दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम मोटेरा के सरदार पटेल स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में मोदी ने दो बार संबोधन किया। उन्होंने भारत माता की जय के नारों के साथ ही अपने संबोधन की शुरूआत और समाप्ति की तथा इस दौरान भारत अमेरिका संबंध जिंदाबाद के नारे भी लगवाये। उन्होंने पहले श्री ट्रंप के लिये स्वागत भाषण किया और उनके संबोधन के बाद अंत में भी धन्यवाद ज्ञापित करते हुए संबोधन किया। मोदी ने कहा कि ट्रंप ने भारत आकर न केवल भारत का गौरव बढाया है बल्कि अमेरिका में रहने वाले भारतीयों का सम्मान भी किया है।
उन्होंने कहा कि दो व्यक्ति हो या दो देश, उनके संबंध का सबसे बडा आधार होता है विश्वास और पिछले वर्षो में अमेरिका और भारत का विश्वास खासी ऊंचाई पर है। उन्होंने इसे दिनो दिन मजबूत होते देखा है। उन्हे खुशी है कि आज अमेरिका भारत का एक भरोसेमंद पार्टनर बना है और इसका सबसे बड़ा व्यापार भागीदार भी है। दोनो देशों ने हाल में सबसे बड़ा संयुक्त युद्धासभ्यास भी किया। दोनो देश शोध और विकास क्षेत्र में सहयोग कर रहे हैं और हर क्षेत्र में रिश्ते का दायरा निरंतर बढ रहा है। विकास के हर क्षेत्र में दोनो देशों के पास पाने के लिए बहुत कुछ है। औद्योगिक विकास के नये अभियान इंडस्ट्री 4 प्वाइंट जीरो अमेरिका में भी निवेश के कई मौके लायेगा। भारतीय टैलेंट (प्रतिभा) और अमेरिकी टेक्नोलॉजी (तकनीकी) ने बहुत नयी चीजे दी हैं और । इंडस्ट्री 4 प्वाइंट जीरो का नेतृत्व के लिए भी दोनो देश समर्थ हैं।
मोदी ने कहा, ‘मै जब ट्रंप पहली बार मिला था तब उन्होंने कहा था कि भारत का एक असली दोस्त व्हाइट हाऊस में है। यह सही बात है। जब वहां दीवाली मनायी जाती है तो 40 लाख अमेरिकी भारतीय भी गर्व महसूस करते हैं।’ प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सरकार की ओर से नये भारत के निर्माण के लिए उठाये जा रहे कदमों का भी इस अवसर पर जिक्र किया। मोदी ने अपने स्वागत संबोधन में कहा, ‘ आज मेरे दोस्त राष्ट्रपति ट्रंप अहमदाबाद में भारत यात्रा की शुरूआत नमस्ते ट्रंप से कर रहे हैं। इतनी लंबी यात्रा के बाद वह और उनका परिवार सीधे साबरमती आश्रम गया और फिर इस कार्यक्रम में आया है।’ मोदी ने इस अवसर पर उनकी पत्नी मेलेनिया ट्रंप, पत्नी इवांका और दामाद जेर्ड कुशनर का भी उल्लेख कर उन्हें भारत आने पर धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि उन सब की उपस्थिति भारत और अमेरिका के बीच एक पारिवारिक संबंध जैसा एहसास दे रही है। उन्होंने इस मौके पर संस्कृत के शब्द नमस्ते के व्यक्ति के अभिवादन से भी अधिक गहरे अर्थ का उल्लेख कर कार्यक्रम के नाम की प्रासंगिकता की चर्चा की।