नई दिल्ली। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने स्वीडन के स्टॉकहोम में स्वचालित सुरक्षा उपकरण की आपूर्ति करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी आटोलिव का दौरा किया और कंपनी के प्रतिनिधियों को भारत में सड़क सुरक्षा संबंधी एक रिपोर्ट सौंपी। गडकरी ने इस मौके पर कंपनी के पदाधिकारियों को भारत में सड़क सुरक्षा को लेकर उठाए गये कदमों की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत सड़क सुरक्षा को लेकर चिंतित है और इस दिशा में जो भी कदम उठाने की जरूरत होंगे, उसके लिए गंभीरता से लिए प्रयास किया जाएगा।
दुनिया को सड़क सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षित बनाने के लक्ष्य को लेकर स्टॉकहोम में बुधवार से दो दिवसीय ‘तीसरा उच्च स्तरीय वैश्विक सड़क सुरक्षा सम्मेलन’ शुरु हो रहा है जिसमें गडकरी भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे और 2030 तक सड़क सुरक्षा के लिए निर्धारित संयुक्त राष्ट्र के लक्ष्य की दिशा में भारत सरकार द्वारा उठाये जा रहे कदमों की जानकारी दुनिया से साझा करेंगे। सम्मेलन में सभी देश सड़क सुरक्षा को लेकर अपना पक्ष रखेंगे और उसके आधार पर 2030 के लिए एक रोडमैप तैयार किया जाएगा।
सड़क सुरक्षा को लेकर दूसरा उच्च स्तरीय वैश्विक सम्मेलन 2015 में ब्राजील में आयोजित किया गया था जिसमे विश्व बैंक तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन सहित कई वैश्विक एजेंसियों ने सक्रिया भूमिका निभायी थी। इस सम्मेलन का लक्ष्य दुनिया में सड़क दुर्घटनओं में कमी लाना था। संयुक्त राष्ट्र ने सड़क सुरक्षा को सतत विकास के एक लक्ष्य के रूप में अपने एजेंडे में शामिल किया है और यह वैश्विक संगठन विश्व के सभी देशों से सड़क सुरक्षा के लिए कारगर कदम उठाने की अपील कर रहा है ताकि दुनिया को एक सुरक्षित स्थान बनाया जा सके।