दिल्ली के शाहीन बाग में इस समय नागरिकता संशोधन कानून का विरोध हो रहा है। ये विरोध करीब एक महीने से जारी है। सीएए के विरोध में राजनीति भी जमकर हो रही है। कई भाजपा विरोधी दल और नेता भी शाहीन बाग में हौसला अफजाई करने के लिए पहुंच गए। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल अब तक वहां नहीं गए।
शाहीन बाग अब राजनीतिक मुद्दा बन गया है। यहां पर विरोध की कमान महिलाओं ने संभाली हुई है। लगातार एक महीने से भी ज्यादा समय से सीएए का विरोध हो रहा है। दिन हो या रात, महिलाएं यहां पर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। उनको कुछ नेताओं का समर्थन भी मिला है। वहीं भारतीय जनता पार्टी पर भी प्रदर्शन को लेकर दबाव बढ़ता जा रहा है।
एक न्यूज चैनल के इंटरव्यू में केजरीवाल से पूछा कि आप शाहीन बाग क्यों नहीं गए तो उन्होंने बड़ा जवाब दिया। वो बोले कि अमित शाह को शाहीन बाग जाना चाहिए। दिल्ली के सीएम बोले कि सबसे पहले अमित शाह को वहां जाने की ज़रूरत हैं क्योंकि वो ही ये कानून लेकर आए हैं। अमित शाह को वहां के लोगो से बात करने की ज़रूरत हैं. देश के गृहमंत्री होने के नाते ये उनकी जिम्मेदारी है।