नई दिल्ली। पूर्व भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने अयोध्या मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय के फैसले की रविवार को आलोचना की लेकिन कहा कि मुस्लिम समुदाय को इसे स्वीकार करना चाहिए। यशवंत सिन्हा से जब इस ऐतिहासिक फैसले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "उच्चतम न्यायालय का फैसला गलत निर्णय है, इसमें कई खामियां हैं लेकिन मैं फिर भी मुस्लिम समुदाय से फैसले को स्वीकार करने के लिए कहूंगा। चलिए आगे बढ़ते हैं.. उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद कोई फैसला नहीं है।
इसके आगे यशवंत सिन्हा ने यह भी दावा किया कि भाजपा दिग्गज लाल कृष्ण आडवाणी और भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं को शुरुआत में बाबरी मस्जिद विध्वंस को लेकर पछतावा था। हालांकि बाद में वह राम मंदिर आंदोलन का श्रेय लेने लगे थे। इसके अलावा लेखक अतीश तासीर का 'ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया' दर्जा वापस लिये जाने पर भी यशवंत सिन्हा ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह आपातकाल जैसी स्थिति है। अब व्यक्तिगत बदले का जमाना शुरू हो गया है। लेखक तासीर का ओसीआई दर्जा वापस लिया गया क्योंकि उन्होंने यह खुलासा नहीं किया था कि उनके पिता पाकिस्तानी नागरिक थे।