लाहौर। पाकिस्तान में कई दिन से हिंसा की आग सुलगाने वाले प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक की क्रूरता बढ़ती जा रही है। अब इसने एक डेप्युटी सुपरिंटेंडेंट आॅफ पुलिस (डीएसपी) को बंधक बनाकर यातनाएं दी हैं। उनके अलावा रविवार को चार और अधिकारियों को बंधक बनाया है। लाहौर की यतीम खाना चौक के आसपास का इलाका खाली कराने पहुंची पुलिस के साथ संगठन ने ऐसा सुलूक किया है। यह पिछल हफ्ते से इस संगठन के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
कैपिटकल सिटी पुलिस आॅफिस के प्रवक्ता राणा आरिफ ने डॉन अखबार को बताया है कि संगठन के कार्यकर्ताओं ने पेट्रोल बम से पुलिस पर हमला किया। उन्होंने बताया कि यातनाएं झेलने वाले 11 पुलिस अधिकारी अस्पताल में हैं। पुलिस के ऑपरेशन के बाद तीन लोगों की मौत हो चुकी है और कई घायल हो गए हैं। संगठन ने एक वीडियो शेयर किया जिसमें अगवा अधिकारी दिख रहे थे।
पार्टी समर्थकों ने पैगंबर मोहम्मद का कार्टून प्रकाशित करने के लिए फ्रांस के राजदूत को निष्कासित करने के वास्ते इमरान खान सरकार को 20 अप्रैल तक का समय दिया था, किंतु उससे पहले ही पुलिस ने सोमवार को पार्टी के प्रमुख साद हुसैन रिज्वी को गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद टीएलपी ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। संगठन के प्रवक्ता का कहना है कि मरने वालों के शव तब दफन किए जाएंगे जब फ्रांस के राजदूत को बाहर निकाल दिया जाएगा।