नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बंगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के बीच बनी सहमति के आधार पर भारत और बांग्लादेश ने शनिवार को सीमा पर लंबित बाड़ को जल्द पूरा करने को लेकर चर्चा की।
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला और उनके बांग्लादेश के समकक्ष मुस्तफा कमाल उद्दीन ने मुलाकात कर सुरक्षा और सीमा-संबंधी सहयोग के संपूर्ण इंतजाम की समीक्षा की। इन दोनों अधिकारियों ने एक दूसरे के हितों के मद्देनजर किसी भी गतिविधि के लिए किसी भी देश के क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति नहीं देने की पुष्टि की। दोनों अधिकारियों ने नकली भारतीय रुपयों की तस्करी को रोकने के लिए सहयोग के स्तर को और बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की।
इस दौरान बांग्लादेश ने विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के क्षेत्र में भारत द्वारा प्रदान की गई सहायता की सराहना की। साथ ही दोनों पक्षों ने समन्वित सीमा प्रबंधन योजना के प्रभावी कामकाज की सराहना की तथा इसे और मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की, ताकि अवैध सीमा पार गतिविधियों को नियंत्रित किया जा सके और आतंकवाद और उग्रवाद के खतरे को दूर करने के लिए कार्रवाई की जा सके।
दोनों अधिकारी दोनों देशों के नेतृत्व के साझा दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमत हुए। यह बैठक बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के 50 साल और दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना, ‘मुजीबार्शो’ की पृष्ठभूमि में हुई।