नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश में अर्थव्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। कोरोना से प्रसार को तेजी से फैलने से रोकने के लिए लगाए गए ‘लॉकडाउन’ में लगातार ढील दी जा रही है और अर्थव्यवस्था को धीरे-धीरे खोलने की कोशिश भी जारी है।
सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर समीक्षा बैठक करते रहे हैं। उन्होंने सोमवार को वित्तीय क्षेत्र की स्थिति का जायजा लिया था। इसी कड़ी में उन्होंने मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। हालांकि बैठक के ब्योरे का पता नहीं चल पाया है।
पिछले सप्ताह भी इस मामले में कई बैठकें हुई थी जिसमें विभिन्न विभागों और नीति आयोग ने विभिन्न मुद्दों पर अपनी बातें रखी थी। सरकार ने कोरोना संकट से निपटने के लिए मई में 20.97 लाख करोड़ रुपये के प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की। इसमें खासकर छोटे उद्योगों को बाजार में टिके रहने और अर्थव्यवस्था के पुनरूद्धार पर जोर दिया गया।
पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि देश कोरोना वायरस रोकने के लिए लगाए गए ‘लॉकडाउन’ से उबर रहा है और अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दिख रहे हैं। उन्होंने जान और जहान दोनों के महत्व को रेखांकित किया था।
हालांकि आर्थिक गतिविधियों में तेजी देखी जा रही है लेकिन पूर्ण रूप से पुनरूद्धार बड़ी चुनौती बनी हुई है। उद्योग अभी भी क्षमता से नीचे काम कर रहे हैं। कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुछ राज्यों ने नए सिरे से ‘लॉकडाउन’ की घोषणा भी की है। उधर देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में रोजाना 20 हजार की वृद्धि हो रही है और देशभर में इस वक्त यह संख्या नौ लाख के पार हो गई है।