जैसलमेर। पूर्व सांसद एवं रक्षा विशेषज्ञ मानवेन्द्र सिंह ने लद्दाक क्षेत्र में चीनी घुसपैठ को गंभीर मसला बताते हुये कहा कि 1962 में हुये भारत पाक युद्ध के बाद अब तक का सबसे बड़ा मोबाईलाजेशन तथा घुसपैठ चीनी सेना की तरफ से हुई हैं। पूर्व रक्षामंत्री जसवंत सिंह के पुत्र सिंह ने आज यहां एक भेंट में कहा कि चीन के राष्ट्रपति को यह मामला पूरी तरह जानकारी में हैं। जिस तरह चीनी सेना जो साजो सामान, टेंक व आर्मड इस क्षेत्र में लेकर आई हैं, इससे साफा जाहिर हो रहा हैं कि जो चीनी सेना मेटेरियल लेके आई हैं, उससे साफ जाहिर हो रहा हैं यहां पर कोई परमानेंट स्ट्रक्चर बनाने के साथ किसी बड़ी प्लांिनग के साथ यहां आई हैं।
वह सचमुच अत्यंत गंभीर संकेत देखा जा सकता हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस मसले को गंभीरता से लेते हुवे उच्च स्तरीय डेप्लोमैटिक वार्ता करनी चाहिए। उन्होने कहा कि चीन में लद्दाक क्षेत्र में हिमाकत की हैं तथा वहां के लोग बताते हैं कि चीनी सेना भारतीय क्षेत्र में तीन से चार किलोमीटर क्षेत्र में अन्दर घुस आई हैं तथा चीनी सेना जिस प्रकार की रक्षा तैयारियां कर रही हैं और जवाब में हम उसके प्रतियुत्तर में किस तरह तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि लद्दाक क्षेत्र में चीनी घुसपैठ की जानकारी हमे विदेशी चैनलों एवं अन्य नेटवर्को से मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार इस संबंध में चीन की इस हिमाकत के बारे में देश को कोई जानकारी नही दे रही हैं, यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हैं। सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार को देश को विश्वास में लेकर भारत और चीन सीमा पर हो रहे घटनाक्रम को देश के सामने रखना चाहिए। भारत की सेना का मोबिलाइज करने का कारण देश को बताना चाहिए।
यह एक सामान्य बात है कि चीनी सेना के मोबाईलजईशन के बाद हमने भी सेनाऐं वहां पर भेजी हैं। यह स्थिति उस समय पैदा होती हैं तब सीमा पर तनाव हो जाता हैं तथा युद्ध की परिस्थितियां बनने लगती हैं। उन्होंने चीन द्वारा विश्वव्यापी मंदी होने के बावजूद अपने रक्षा बजट में 6.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी पर चिन्ता व्यक्त करते हुवे कहा कि चीन ने अपने दूसरे वेलफेयर व इन्फ्रास्ट्रक्चर बजट मे कमी की हैं जबकि भारत में इसका उल्टा हिसाब हैं। हम अपने रक्षा संसाधनो में कटौती की बात कर रहे हैं।
सेना में हम शोर्ट सर्विस कमीशन देने की बात की जा रही है और उसमें मात्र तीन साल की सर्विस की बात हो रही हैं, यह सब सही नही हैं। पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तानी क्षेत्र में जैसलमेर बाड़मेर से लगती सीमा के सामने तैल गैस व अन्य खनिज के कार्यो पर चीनी विशेषज्ञों की पहुंच के संदर्भ में उन्होने चर्चा करते हुवे कहा कि पाकिस्तान ने अपने को चीन को गिरवी रख दिया हैं। वे उससे हर तरह से मदद कर रहा हैं जिस तरह दीमक एक मकान को खाती हैं, वैसे ही चीन पाकिस्तान को खा रहा हैं।