नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में मिली जीत के बाद नरेंद्र मोदी कल लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. मोदी के शपथ ग्रहण में पड़ोसी मुल्क के कई राष्ट्राध्यक्ष भी शामिल होंगे. शपथ ग्रहण राष्ट्रपति भवन में होगा, जहां अभी से तैयारी शुरू हो गई है. शपथ ग्रहण को लेकर राजधानी दिल्ली रात तक पूरी तरह से किले में तब्दील हो जाएगी. शपथ ग्रहण और विदेशी नेताओं की सुरक्षा को देखते हुए संसद भवन, राष्ट्रपति भवन और नॉर्थ साउथ ब्लॉक के चप्पे-चप्पे पर कमांडो और पुलिस के जवानों की तैनाती रहेगी. सुरक्षा प्रोटोकॉल के एक हिस्से के रूप में, सुरक्षा अधिकारी राष्ट्रपति भवन के अंदर और बाहर तीन लेयर की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे. राष्ट्रपति भवन के रिंग के बाहर दिल्ली पुलिस के जवान तैनात रहेंगे, जबकि इनर रिंग में अर्धसैनिक बलों के जवानों की तैनाती की जाएगी. सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों की पांच कंपनियों और दिल्ली सशस्त्र पुलिस (डीएपी) जवानों सहित लगभग 2500 पुलिस कर्मियों को कार्यक्रम स्थल के आसपास तैनात करने की योजना बनाई गई है.
शपथ ग्रहण के लिए तीन लेवल की सुरक्षा के अलावा समारोह में शामिल होने वाले विदेशी अतिथियों और गणमान्यों की सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं. जिन रास्तों से इनका काफिला गुजरने वाला हैं वहां, स्नाइपर्स और सशस्त्र पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा. बेहतर निगरानी के लिए जगह-जगह पर ड्रोन की तैनाती भी की जाएगी. दिल्ली पुलिस ने राजधानी को पहले से ही नो फ्लाइंग जोन घोषित कर रखा है. यह बैन 9 से 11 जून तक लागू रहेगा. ऐसी स्थिति में दिल्ली में पैराग्लाइडर, हैंग ग्लाइडर, यूवी, यूएएस, माइक्रोलाइट विमान आदि के उड़ने और उड़ाने पर रोक लग गई है. शपथ ग्रहण में शामिल हो रहे विदेशी मेहमान जिन होटलों में ठहरेंगे वहां भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं. होटलों की सुरक्षा को अतिथियों की प्रोटोकॉल के हिसाब से अपडेट किया जा रहा है.