नई दिल्ली। उत्तराखंड में उत्तरकाशी के सिलक्यारा में धंसी निर्माणाधीन सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए अब आर्मी को बुलाया गया है. श्रमिकों को बाहर निकालने के रास्ते में एक के बाद मुश्किलें सामने आ रही हैं. ऑगर मशीन के फिर से अटकने के बाद अब मैनुअल ड्रिलिंग की योजना बनाई जा रही है. अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ ने क्रिसमस तक श्रमिकों के निकलने की उम्मीद जताई. इस बीच बताया जा रहा है कि मजदूरों को बाहर निकालने के लिए वर्टिकल ड्रिलिंग भी शुरू कर दी गई है.
उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए आर्मी को बुलाया गया है. भारतीय सेना ने अब रेस्क्यू ऑपरेशन का मोर्चा संभाल लिया है. बताया जा रहा है कि वर्टिकल ड्रिलिंग भी शुरू कर दी गई है. इससे पहले सिलक्यारा में धंसी निर्माणाधीन सुरंग में ‘ड्रिल' करने में इस्तेमाल ऑगर मशीन के ब्लेड मलबे में फंसने से काम बाधित होने के बाद दूसरे विकल्पों पर विचार किए जाने के बीच शनिवार को अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ ने उम्मीद जताई कि पिछले 14 दिन से फंसे 41 श्रमिक अगले महीने क्रिसमस तक बाहर आ जाएंगे. शुक्रवार को लगभग पूरे दिन ‘ड्रिलिंग' का काम बाधित रहा. हालांकि समस्या की गंभीरता का पता शनिवार को चला जब सुरंग मामलों के अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने मीडियाको बताया कि ऑगर मशीन ‘खराब' हो गई है.