नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ)में वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान लगभग 1.39 करोड़ अंशधारक जोड़े गए हैं जो इससे पिछले वित्त वर्ष से 13.22 प्रतिशत अधिक हैं। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने शनिवार को यहां बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 में ईपीएफओ ने लगभग 1.22 करोड़ अंशधारक जोड़े थे।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के निर्णय लेने वाले शीर्ष निकाय केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) ने मंगलवार को अपनी बैठक में 2022-23 के लिए ईपीएफ पर 8.15 प्रतिशत ब्याज देने का फैसला किया है। सीबीटी ने 2020-21 के लिए ईपीएफ जमा पर 8.5 प्रतिशत ब्याज दर का फैसला मार्च 2021 में किया था।