नई दिल्ली। इसरो ISRO के प्रमुख वैज्ञानिक और विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर (VSSC) के डायरेक्टर एस सोमनाथ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के नए चीफ नियुक्त किए गए हैं। तिरुवनंतपुरम में स्थित VSSC के निदेशक एस। सोमनाथ भारत के बेहतरीन रॉकेट टेक्नोलॉजिस्ट और एयरोस्पेस इंजीनियर हैं। VSSC से पहले सोमनाथ तिरुवनंतपुरम में स्थित लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम सेंटर (LPSC) के निदेशक भी रहे हैं। इसरो के रॉकेट्स के विकास में इन्होंने काफी योगदान दिया है। एस सोमनाथ लॉन्च व्हीकल की डिजाइनिंग के मास्टर हैं। वे लॉन्च व्हीकल सिस्टम इंजीनियरिंग, स्ट्रक्चरल डिजाइन, स्ट्रक्चरल डायनेमिक्स और पाइरोटेक्नीक्स के भी एक्सपर्ट हैं। इसरो चीफ बनने से पहले एस सोमनाथ GSAT-MK11 (F09) को अपग्रेड करने में लगे थे, ताकि अंतरिक्ष में संचार सैटेलाइट्स को लॉन्च किया जा सके। इसके अलावा वे GSAT-6A और PSLV-C41 को भी बेहतरीन बनाने में लगे थे, ताकि सही तरीके से रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट्स को लॉन्च किया जा सके।
आपको बता दें कि एस। सोमनाथ ने एर्नाकुलम से महाराजा कॉलेज से प्री-डिग्री प्रोग्राम पूरा किया। इसके बाद उन्होंने केरल यूनिवर्सिटी के क्विलॉन स्थित टीकेएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की। फिर IISc से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर की डिग्री प्राप्त की। उन्हें रॉकेट डायनेमिक्स और कंट्रोल पर विशेषज्ञता भी हासिल है। ग्रेजुएशन करने के बाद ही एस। सोमनाथ ने साल 1985 में विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर ज्वाइन किया। शुरुआती दौर में वे PSLV प्रोजेक्ट के साथ काम करते रहे। इसके बाद साल 2010 में उन्हें GSLV Mk-3 रॉकेट का प्रोजेक्ट डायरेक्टर बनाया गया। वे साल 2015 में LPSC के प्रमुख बने। वे साल 2018 में VSSC के निदेशक बने।