नई दिल्ली। Gold ETF के बारे में आप जानते होंगे। बरसों से इसके बारे में सुनते आ रहे होंगे। तो अब बहुत जल्द Bitcoin ETF के बारे में भी सुनेंगे क्योंकि इसे बहुत जल्द लाने के तैयारियां शुरू हो गई हैं। यही वजह है कि बिटकॉइन ईटीएफ की उम्मीद में बिटकॉइन की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। बिटकॉइन उस जमाने में लौटने वाला है जहां उसके दाम कभी 65,000 डॉलर पर थे। अभी 62,000 डॉलर तक तो पहुंच भी गया है। कई साल से इस पर विचार चल रहा था कि Bitcoin ETF लाया जाए, लेकिन इसे लेकर मतभेद बताए जा रहे थे। अब अमेरिकी रेगुलेटर इस बात पर सहमत हो गए हैं कि बिटकॉइन के दाम को ट्रैक करने के लिए एक ईटीएफ बनाया जाएगा। साल 2013 से इसके प्रयास हो रहे हैं जब क्रिप्टो निवेशक कैमरन और टायलर विंकलेवोस ने पहली बार बिटकॉइन ईटीएफ बनाने का प्रस्ताव दिया। तब यह कहा गया कि बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड के लिए 6.8 ट्रिलियन डॉलर ईटीएफ उद्योग का खड़ा होना जरूरी है, तभी बिटकॉइन ईटीएफ की अनुमति मिल पाएगी। उस समय बिटकॉइन खरीदना जटिल और कुछ हद तक तकनीकी काम था। अब यह काम बहुत आसान हो गया है क्योंकि टेक्नोलॉजी ने इसे बेहद आसान बना दिया है।
अमेरिकी बाजार में इसे लेकर शुरू में बहुत संदेह देखे गए, लेकिन अब इसे हरी झंडी दे दी गई है। सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने दुनिया का पहला बिटकॉइन फ्यूचर एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Bitcoin ETF) बनाने की मंजूरी दे दी है। यहां ध्यान रखना होगा कि यह ईटीएफ बिटकॉइन फ्यूचर का होगा, न कि बिटकॉइन का। इन दोनों में गहरा अंतर है। फ्यूचर बिटकॉइन की स्पॉट प्राइस को ट्रैक करेगा जिसे शिकागो मर्केंटाइल एक्सचेंज से ऑपरेट किया जाता है। ईटीएफ में बिटकॉइन की ट्रेडिंग करने से पहले ट्रेडर्स को कोलैटरल या सिक्योरिटी के रूप में कैश जमा कराना होगा।
बिटकॉइन फ्यूचर ETF कुछ मामलों में अधिक सुविधाजनक हो सकता है, लेकिन इसके लिए ट्रेडर से शुल्क वसूले जाने की संभावना है। हालांकि बिटकॉइन से जुड़ी अधिकांश आगामी फंडों की असली कीमतें अभी तक उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन ‘ब्लूमबर्ग इंटेलिजेंस’ का अनुमान है कि वे लगभग 1% होने की संभावना है – जिसका अर्थ है कि आपके द्वारा निवेश किए गए प्रत्येक $1,000 के लिए वार्षिक शुल्क के रूप में 10 डॉलर तक चुकाना होगा। ‘प्रोशेयर’ ने इस बारे में बता भी दिया है कि उसके बिटो फंड की फीस 0.95 परसेंट तक होगी। एवरेज इक्विटी ईटीएफ का चार्ज 0.71 फीसदी तक होता है लेकिन बिटकॉइन फंड का शुल्क इससे ज्यादा हो सकता है। ‘ब्लूमबर्ग’ की एक रिपोर्ट बताती है कि इस महीने के अंत तक चार बिटकॉइन ईटीएफ लॉन्च हो सकते हैं। भविष्य में यह संख्या और भी बढ़ सकती है। इन सभी ईटीएफ की फीस अलग-अलग होगी। ऐसा माना जा रहा है कि फीस के मामले में ईटीएफ में मुकाबला हो सकता है और इससे फीस में कमी आ सकती है। यह ट्रेडर्स के लिए फायदे का सौदा होगा।
ETF का एक फायदा यह होगा कि Bitcoin की कीमतों में जो बेतरतीब उतार-चढ़ाव देखा जाता है, वह ईटीएफ के आने के बाद कुछ सुधरेगा। इससे निवेशकों में बिटकॉइन को लेकर भरोसा बढ़ेगा। बिटकॉइन की खरीद-बिक्री को ईटीएफ के जरिये ट्रैक किया जा सकेगा जैसे शेयर मार्केट में होता है। जैसे बाजार में सप्लाई और डिमांड में अंतर बढ़ने से दाम पर असर दिखता है, वैसा बिटकॉइन को लेकर भी दिख सकता है क्योंकि इसकी माइनिंग पूरी तरह से टेक्निकल है।