नई दिल्ली। जनता दल यूनाइटेड ने केजरीवाल सरकार पर छठ महापर्व को राजनीति का अखाड़ा बनाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि अगर मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को पूर्वांचलियों की चिंता होती तो वह कोरोना प्रोटोकॉल के सभी नियमों का पालन करते हुए छठ की तैयारी करवाते।
जदयू के प्रवक्ता सत्य प्रकाश मिश्रा के नेतृत्व में उपराज्यपाल अनिल बैजल के दफ्तर और केजरीवाल के आवास पर छठ पूजा की अनुमति की मांगों के साथ एक ज्ञापन सौंपा गया। मिश्रा ने कहा कि दिल्ली की सरकार छठ महापर्व को राजनीति का अखाड़ा बना रही है और अगर उसे पूर्वांचल वासियों की चिंता होती तो कोरोना प्रोटोकॉल के सभी नियमों का पालन करते हुए 500 से ज्यादा घाटों पर छठ मनाने की तैयारी करती लेकिन केजरीवाल राजनीति में व्यस्त हैं। अन्य राज्यों के चुनाव पर नज़र रखने वाले दिल्ली को अनदेखा कर रहे है। एक तरफ तो दिल्ली में शराब ठेके खोल कर लोगों में शराब बँटवाने का इंतज़ाम करती है लेकिन संस्कृति के महापर्व छठ पर पल्ला झाड़ रही है।
उन्होंने कहा कि अगर इस बार पूर्वाचल के लोगों को दिल्ली में घाटों पर छठ पूजा मनाने की अनुमति नहीं मिली तो जदयू के कार्यकर्ता सूप और डाला लेकर मुख्यमंत्री के घर धरना पर बैठ जाएंगे । महापर्व की आस्था को बचाने मनाने के लिये संघर्ष का लोकतांत्रिक रास्ता जारी रहेगा ।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल बहाना और राजनीति बंद करें और छठ पूजा की तैयारी करें। जब सारी चीजों की अनुमति है तो छठ पर आखिर पाबंदी क्यों । सरकार चाहे तो छठ के दिन आंशिक लॉकडाउन लगाकर सिर्फ व्रतधारियों को घाट पर जाने की इजाज़त दे। उनकी मंशा साफ होगी तो वो पूर्वांचल की महासंस्कृति के साथ सौतेला व्यवहार नहीं करेंगे।