नई दिल्ली। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि 'रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान के तहत 100 चौराहों पर 2500 सिविल डिफेंस वालंटियर तैनात किए जाएंगे और यह अभियान सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक दो शिफ्ट में चलेगा।
राय ने पर्यावरण, राजस्व एवं दिल्ली पुलिस के उच्चाधिकारियों के साथ आज संयुक्त बैठक की। उन्होंने संवादाताओं से कहा कि दिल्ली में 18 अक्टूबर से 18 नवंबर तक 'रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान' चलेगा। रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान के तहत 100 चौराहों पर 2500 सिविल डिफेंस वालंटियर तैनात किए जाएंगे। दिल्ली के 90 चौराहों पर 10-10 वालंटियर और दस मुख्य चौराहों पर 20-20 सिविल डिफेंस के पर्यावरण मार्शल तैनात किए जाएंगे। यह अभियान सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक दो शिफ्ट में चलेगा। 'मुख्यमंत्री की तरफ से जनता के नाम अपील' का पंफलेट भी चौराहों पर वितरित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा सभी पहलुओं पर काम किया जा रहा है और धूल प्रदूषण को रोकने के लिए सात अक्टूबर से एंटी डस्ट अभियान चलाया जा रहा है। पराली के प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली में पूसा बायो डी कंपोजर घोल का छिड़काव किया जा रहा है।
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली के लोगों से अपील की थी कि जनता की सहभागिता के बिना इस मिशन को मंजिल तक नहीं पहुंचाया जा सकता है। इसके लिए उन्होंने तीन अपील की थी रेड लाइट ऑन होने पर गाड़ी ऑफ करें। दूसरा सप्ताह में एक ट्रिप कम करें या सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें या कार पुलिंग करें। तीसरा दिल्ली के अंदर किसी भी तरह का प्रदूषण होता दिख रहा है तो ग्रीन दिल्ली ऐप पर सूचित करें।
उन्होंने कहा कि इन चौराहों पर सिविल डिफेंस वालंटियर टी शर्ट-कैप पहनकर जागरूकता के लिए प्ले कार्ड लेकर खड़े होंगे, ताकि लोगों में जागरूकता आए। इन अभियानों को सफल करने के लिए दिल्ली की आरडब्लूए, मार्केट एसोसिएशन, क्लब और पर्यावरण से संबंधित एनजीओ के साथ संवाद कर रहे हैं। जिससे कि वो अपने क्षेत्रों में लोगों तक इस बात को पहुंचा सकें।
राय ने कहा कि पेट्रोलियम कंजर्वेशन रिसर्च एसोसिएशन (पीसीआरए) के शोध के मुताबिक अगर रेड लाइट पर गाड़यिों को बंद किया जाए तो 13 से 20 फीसदी तक वाहन प्रदूषण कम किया जा सकता है। इसके अलावा लगभग 250 करोड़ रुपए बचाए जा सकते हैं। यह एक ऐसा अभियान है कि जिसमें हम अपने व्यवहार को बदलकर वाहन प्रदूषण को कम करने में सहयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अभियान पिछली बार काफी सफल रहा था। लोगों ने काफी सहयोग किया था। दिल्ली के लोगों विशेषकर अध्यापक, वकील, ट्रेड यूनियन और सरकारी- निजी दफ्तरों में काम करने वाले लोगों से अपील करता हूं कि आप सबके सहयोग की जरुरत है।