नई दिल्ली। पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कांग्रेस में उनको अपमानित किया जा रहा था, जिसकी वजह से उनको यह कदम उठाना पड़ा। नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब का नया मुख्यमंत्री बनाने की संभावनाओं पर बोलते हुए कैप्टन ने कहा कि सिद्धू को चुनना राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है। क्योंकि सिद्धू पाकिस्तान के साथ हैं और पाक पीएम इमरान खान के दोस्त हैं। कैप्टन ने यह भी कहा कि सिद्धू की दोस्ती जनरल बाजवा से भी है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि इन सब कारणों के चलते उनको सिद्धू को निकालना पड़ा था।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शनिवार को एक दिन के 'राजनीतिक ड्रामा' के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया और कहा कि उन्होंने खुद को अपमानित महसूस करते हुए इस्तीफा दे दिया। साथ ही उन्होंने कहा, "भविष्य की राजनीति का विकल्प हमेशा होता है और मैं उस विकल्प का इस्तेमाल करूंगा।" 52 साल से राजनीति में सक्रिय मुख्यमंत्री ने पद से इस्तीफा देने के बाद मीडिया से कहा, "मैंने अपना इस्तीफा दे दिया है। भविष्य की राजनीति का विकल्प हमेशा होता है और मैं उस विकल्प का इस्तेमाल करूंगा।" बिना ज्यादा कुछ बोले उन्होंने स्पष्ट किया, "मैंने अपने आप इस्तीफा नहीं दिया है।" उन्होंने कहा, "मैं कांग्रेस में हूं, अपने सहयोगियों से चर्चा करूंगा और फिर आगे की कार्रवाई तय करूंगा।" राज्य में चुनाव होने में छह महीने से भी कम समय रह गया है, ऐसे में अपने इस्तीफे को सही ठहराते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा, "पिछले दो महीनों में आलाकमान ने तीन बार विधायकों को तलब किया।" अमरिंदर सिंह ने कहा, "मैंने सुबह फैसला लिया। मैंने सुबह कांग्रेस अध्यक्ष से बात की थी। मैंने उनसे कहा था कि मैं इस्तीफा दे रहा हूं।" मुख्यमंत्री और उनकी मंत्रिपरिषद का इस्तीफा कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की एक महत्वपूर्ण बैठक से कुछ ही मिनट पहले आया है। समझा जाता है कि पार्टी आलाकमान ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को इस्तीफा देने के लिए कहा, ताकि नए पदाधिकारी का चयन संभव हो सके। पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक, आलाकमान ने अमरिंदर सिंह को साफ तौर पर पद छोड़ने को कहा था।