भुवनेश्वर. कोरोना महामारी (Covid-19 Pandemic) की वजह से बंद चल रहे ओडिशा के जगन्नाथ पुरी मंदिर (Jagannath Temple) को श्रद्धालुओं के लिए फिर खोला जा रहा है. 16 अगस्त से मंदिर में दर्शन शुरू हो जाएगा. हालांकि मंदिर में दर्शन के लिए वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट और RTPCR निगेटिव रिपोर्ट की जरूरत पड़ेगी. इन दोनों की गैरमौजूदगी में मंदिर के अंदर एंट्री नहीं मिलेगी.
श्रद्धालुओं में ओडिशा के पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर को लेकर काफी आस्था है. इस मंदिर में हर साल रथ यात्रा होती है और ये चारधामों में से एक है. लोक-कथाओं के अनुसार राजा इंद्राद्युम्न ने इस मंदिर की स्थापना की. माना जाता है कि भगवान खुद उनके सपने में आए थे और उन्हें मंदिर निर्माण करने को कहा था.
बीते महीने जगन्नाथ यात्रा कोरोना वायरस महामारी के चलते लगातार दूसरे साल बिना भक्तों के ही हुई. जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने यह स्पष्ट किया कि रथ यात्रा के दौरान सभी कोविड नियमों का पालन किया जाएगा. मंदिर प्रशासन ने कहा था कि जिन लोगों की कोविड रिपोर्ट नेगेटिव आएगी उन्हें ही रथ को खींचने दिया जाएगा.
पुरी जगन्नाथ मंदिर के प्रशासक अजय जेना ने कहा था, 'पिछले साल की तरह ही इस साल भी रथ यात्रा बिना भक्तों के होगी. यह यात्रा सुप्रीम कोर्ट के आदेश और राज्य सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार होगी. रथ यात्रा में किसी भी भक्त को शामिल होने की अनुमति नहीं होगी. जिनकी आरटी पीसीआर रिपोर्ट नेगेटिव होगी और जिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं, वे ही रथ खींच पाएंगे.' करीब 1000 अफसरों को इसमें तैनात किया गया था. अब मंदिर खुल रहा है तो भी मंदिर प्रशासन ने कोरोना से बचाव के लिए कड़े नियम बनाए हैं.