नई दिल्ली। रेल मंत्रालय ने EMU और यात्री ट्रेनों सहित सभी ट्रेन के डिब्बों में क्लोज सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) कैमरे लगाने की मंजूरी दे दी है। मंत्रालय द्वारा यह कदम अपराध की रोकथाम,संदिग्ध गतिविधि का पता लगाने और सुरक्षा कारणों को ध्यान में रख कर लिया गया है। फिलहाल 4141 कोचों में सीसीटीवी कैमरे पहले ही लगाए जा चुके हैं। इलेक्ट्रिक मल्टिपल इकाई (EMU) और यात्री ट्रेनों में रेल मंत्रालय ने क्लोज्ड सर्किट टेलीविजन (CCTV) कैमरे लगाने के कार्यों को मंजूरी दे दी है। बता दें की EMU और यात्री ट्रेनों में CCTV कैमरे सुरक्षा के दृष्टिकोण से लगाए जा रहे हैं।
पुलिसिंग, अपराध की रोकथाम, मामलों का पंजीकरण, रेलवे परिसरों के साथ-साथ चलती ट्रेनों में उनकी जांच, कानून व्यवस्था बनाए रखना, और संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखना राज्य सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारी है, इसकी सुरक्षा जिम्मेदारियों का निर्वहन सरकारी रेलवे पुलिस द्वारा किया जाता है। यात्रियों के रेलवे सफर को सुरक्षित बनाने के लिए और अपराधियों पर पैनी नजर रखने के लिए CCTV कैमरे लगाए जा रहे है जिससे सरकारी रेलवे पुलिस और जिला पुलिस द्वारा भारतीय दंड संहिता (IPC) अपराध के मामले को निष्पक्षता और सही तरीके से दर्ज कर जांच की जा सके। रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले शरारती तत्वों और रेल में अपराध करने वालों पर नकेल कसने के लिए ईएमयू (EMU) और यात्री ट्रेनों सहित सभी ट्रेन के डिब्बों में क्लोज सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) कैमरे लगाने का महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। यात्रियों से संबंधित अपराध की संभावना वाले क्षेत्र और रास्ते समय-समय पर बदलते रहते हैं। जिसकी रेलवे सुरक्षा व्यवस्था द्वारा नियमित निगरानी की जाती है। बढ़ते हुए आपराधिक मामलों के नियमित विश्लेषण के आधार पर ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों/मार्गों की पहचान कर इन आपराधिक स्थानों पर नजर रखने के लिए भी प्रभावी निवारक उपाय किया गया है।