बेंगलुरु। कर्नाटक के नए मंत्रियों ने बुधवार दोपहर शपथग्रहण समारोह में शपथ कुछ अलग अंदाज में ली। बीते सप्ताह अपने पद की शपथ लेने वाले मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) भी शपथग्रहण कार्यक्रम में मौजूद थे। कुल 29 बीजेपी विधायकों को गवर्नर थावरचंद गहलोत ने शपथ दिलवाई। इनमें से कई ने भगवान, गोमूत्र और किसानों के नाम पर शपथ ली। विधायक आनंद सिंह ने थाई (माता) और भुवनेश्वरी देवी के नाम पर शपथ ली। देवी भुवनेश्वरी में श्रद्धा रखने वालों की कर्नाटक में बड़ी संख्या है। वहीं प्रभु चौहान ने गोमूत्र के नाम पर शपथ ली। वहीं मुरुगेश नीरानी ने भगवान और किसानों के नाम पर शपथ ली। नीरानी कर्नाटक में लिंगायत समुदाय के एक समूह के प्रभावी नेता हैं।
26 जुलाई को बीएस येडियुरप्पा ने दिया था इस्तीफा
बता दें कि कर्नाटक की सत्ता में लंबे उहापोह के बाद 26 जुलाई को बीएस येडियुरप्पा ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद केंद्रीय पर्यवेक्षक धर्मेंद्र प्रधान ने बसवराज बोम्मई के नाम का ऐलान करके सभी अटकलों को खत्म कर दिया था। बोम्मई ने बीते बुधवार को ही पद और गोपनीयता की शपथ ली थी। सीएम के तौर बोम्मई के नाम का सुझाव येडियुरप्पा ने ही दिया और सरकार के बाकी मंत्रियों और विधायकों ने भी इसका समर्थन किया था।
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसआर बोम्मई के पुत्र हैं बासवराज
बासवराज बोम्मई का जन्म 28 जनवरी 1960 को हुआ था और वह कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसआर बोम्मई के पुत्र हैं। बोम्मई सदारा लिंगायत समुदाय से संबंध रखते हैं। बीएस येडियुरप्पा के इस्तीफे के बाद बहुत ज्यादा उम्मीद इस बात की थी कि अगला सीएम लिंगायत समुदाय से ही हो। बासवराज बोम्मई ने जनता दल पार्टी से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था और वह येडियुरप्पा सरकार में गृह मंत्री भी रहे हैं।