नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की 294 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान गुरुवार शाम छह बजे खत्म हो गया। पश्चिम बंगाल में अंतिम चरण का मतदान खत्म होने में बस कुछ पल बाकी हैं। इसके बाद 2 मई को पश्चिम बंगाल के साथ ही असम, तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल में वोटों की गिनती होगी। नतीजों से पहले इन प्रदेशों के मूड का हाल आज शाम तक में एग्जिट पोल आना शुरू हो जाएगा, जिसमें संभावित विजेताओं और पराजितों के बारे में एक मोटी तस्वीर जानने को मिल जाएगी।
बंगाल विधानसभा चुनाव के आठवें और आखिरी चरण के तहत अलग-अलग इलाकों से छिटपुट हिंसा की घटनाओें के बीच मतदान खत्म हो गया। विधानसभा के आठवें और अंतिम चरण में 35 सीटों के लिए 11,860 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ। इनमें से 11-11 सीटें मुर्शिदाबाद और बीरभूम जिले में जबकि छह सीटें मालदा और सात सीटें उत्तरी कोलकाता की हैं। बंगाल में पहले चरण का चुनाव 27 मार्च को शुरू हुआ था। वहीं वोटों की गिनती रविवार को होगी।
पश्चिम बंगाल में साल 2016 से छह चरणों में विधान सभा चुनाव हुए थे। इनमें ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को बड़ी सफलता मिली थी। 2016 के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को 211 सीटें मिलीं थी। वहीं कांग्रेस- 44, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया-1, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्ससिस्ट)- 26, भारतीय जनता पार्टी- 3, ऑल इंडिया फारवर्ड ब्लॉक- 2, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी-3, गोरखा जनमुक्ति मोर्चा-3 और निर्दलीय को एक सीट मिली थी।
पश्चिम बंगाल विधानसभा का कार्यकाल 30 मई 2021 को पूरा हो रहा है। ऐसे में 30 मई से पहले हर हाल में विधानसभा और नई सरकार के गठन की प्रकिया पूरी होनी है। पश्चिम बंगाल में कुल 294 विधानसभा सीटें हैं। पिछले 10 साल से ममता बनर्जी यहां मुख्यमंत्री हैं। बीजेपी ने यहां बहुत जोर लगाया है। अब देखना है कि ममता अपना किला बचा पाती है या नहीं।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव का ऐलान 26 फरवरी को हुआ था। तब बंगाल में कोरोना के कुल केस 216 थे, वहीं चार लोगों की मौत हुई थी। वहीं चुनाव खत्म होने पर यानी 29 अप्रैल को बंगाल में 17207 कोरोना के केस सामने आए और 77 लोगों की मौत हुई। कुल मिलाकर बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान कोरोना का संक्रमण बहुत तेजी से फैला।