नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा है कि भाजपा को पंजाब में पहले नंबर की पार्टी बनने का संकल्प लेना होगा। भाजपा अध्यक्ष ने आज यहां पंजाब के पूर्व दिवंगत प्रदेश अध्यक्ष कमल शर्मा की पहली पुण्यतिथि पर आयोजित स्मृति व्याख्यान में कहा कि कमल शर्मा जी को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब भाजपा पंजाब में सबसे बड़ा राजनीतिक दल बनकर उभरेगी। उन्होंने कहा ‘‘कमल शर्मा का व्यक्तित्व अपने विचारों से लोगों को प्रभावित करने वाला था। उन्होने राष्ट्रवाद के विचारों से ओत प्रोत होकर पूरी ताकत से भाजपा की विचारधारा को आगे बढ़ाने का काम किया ।‘‘
नड्डा ने इस मौके पर बिना किसी राजनीतिक दल का नाम लिए आरोप लगाया ‘‘पंजाब में राजनीतिक दल किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें किसानों के भले से कोई लेना देना नहीं, बल्कि अपना राजनीतिक स्वार्थ सिद्ध करना है। ऐसे में भाजपा की जिम्मेदारी है कि लोगों के सामने सच्चाई आ सके।‘‘ उन्होने कहा कि किसानों की तकदीर बदलने के बारे में किसी ने नहीं सोचा था, अगर किसी ने ये काम गंभीरता से किया तो वह देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं।
नड्डा ने कहा कि मोदी जी ने स्वामीनाथन रिपोर्ट की धूल फांक रही सिफारिशों को लागू किया किया और किसान को उसके उत्पादों का डेढ़ गुना देने का फैसला किया । इसके अलावा मोदी जी ने वायदे के अनुसार किसान सम्मान योजना निधि की किश्तें जारी की। इस योजना में आठ करोड़ 56 लाख किसानों को दो दो हज़ार की किश्तें जारी की गई। उन्होंने कहा ‘‘क्या किसानेों को आज़ादी नहीं मिलनी चाहिए। किसान अगर अपने खेत से कोई उत्पाद पैदा करता है तो उसे कहीं भी बेचने की बंदिश क्यों थी।‘‘
भाजपा अध्यक्ष ने कहा ‘‘मोदी जी ने कृषि कानूनों के जरिए किसान को आजादी देने का काम किया है। अब किसान अपने उत्पादों को कहीं भी और कभी भी बेचने के लिए स्वतंत्र है।‘‘ उन्होने दोहराया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य हमेशा जारी रहेगा बल्कि मोदी सरकार ने उसे बÞढ़ाया भी है। नड्डा ने पंजाब के मुख्यमंत्री से पूछा ‘‘वह साफ करें कि 2019 के लोकसभा चुनाव के कांग्रेस के घोषणापत्र में लिखा गया था या नहीं कि कांग्रेस आवश्यक वस्तु अधिनियम को निरस्त करेगी और समझौता खेती को सुदृढ़ बनाएगी। अब जब मोदी जी ने ये करके दिखाया तो इसका विरोध क्यों। आप जनता को ये बात स्पष्ट क्यों नहीं करते।‘‘
उन्होने कहा कि अब कांग्रेस मोदी जी का विरोध करते करते किसानों के अहित और देश के विरोध में उतर आई है। उन्होंने कहा कि समझौता खेती में जमीन का नहीं बल्कि ज़मीन की फसल का समझौता होगा और फसल बर्बाद होने की स्थिति में उसका भुगतान व्यापारी करेगा। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे किसानों से मिलकर उनके हर प्रश्नों के जवाब देने का बीड़ा उठाएं ताकि कृषि कानूनों के फायदों से किसान अवगत हो पाएं।