ठाणे। महाराष्ट्र के ठाणे के महापौर सतीशचंद्र प्रधान ने बुधवार को बाबरी मस्जिद ध्वस्त मामले में केन्द्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) की विशेष अदालत के फैसले का स्वागत करते हुए उसे सत्य की जीत बताया है। विशेष अदालत ने दशकों लंबे चले इस मामले में सभी आरोपियों को बरी कर दिया।
इस मामले में मुख्य आरोपियों में से एक प्रधान ने कहा, ‘‘सत्यमेव जयते!’’पूर्व सांसद और बाला साहब ठाकरे के करीबी रहे श्री प्रधान ने यूनीवार्ता से कहा कि उन्होंने इस मामले की वर्चुअल सुनवाई में हिस्सा लिया और उन्हें देश की न्याय प्रक्रिया पर पूरा भरोसा है। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा के पूर्व सांसद हुसैन दलवाई ने कहा कि बाबरी मस्जिद मामले में अदालत का फैसला चौंकाने वाला है।इसमें तथ्यों को ध्यान में नहीं रखा गया है। उन्होंने कहा, ‘‘बाबरी मस्जिद को गिराने के लिए भाजपा और संघ परिवार ने एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया था। इसके लिए रथयात्राएं निकाली गईं, देश में जगह-जगह दंगे भड़के और हजारों निर्दोष लोग मारे गए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अयोध्या में करीब 15 लाख लोग जुटे थे। ये किसके नेतृत्व में वहां गए थे?’’ उन्होंने जोर देकर कहा कि इतना ही नहीं कई लोग मस्जिद को ध्वस्त करने के लिए आवश्यक उपकरण भी ले गए थे और इसके साक्ष्य देशभर के समाचार पत्रों और चैनलों पर मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि, यह समझ से परे है कि इस साजिश में शामिल आरोपियों को साक्ष्य की कमी के कारण बरी कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इस फैसले से लोगों का देश की न्याय व्यवस्था से भरोसा कम होगा।