दुबई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने अपने बेटे और इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड पर पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में यासिर शाह का विकेट गिरने के बाद अभद्र भाषा का प्रयोग करने को लेकर मैच फीस का 15 फीसदी जुर्माना लगाया है। यह पहला मौका है जब किसी खिलाड़ी पर उसके पिता ने जुर्माना लगाया है।
आईसीसी आचार संहिता के लेवल 1 का उल्लंघन करने पर ब्रॉड को एक डिमेरिट अंक दिया गया है। ब्रॉड को 24 महीने के अंदर तीसरा डिमेरिट अंक दिया गया है। इससे पहले 19 अगस्त 2०18 को भारत के खिलाफ ट्रेंट ब्रिज के तीसरे टेस्ट और इस साल 27 जनवरी को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चौथे टेस्ट में भी नियम का उल्लंघन को लेकर उन्हें डिमेरिट अंक दिया गया था।
आईसीसी ने बयान जारी कर कहा, 'ब्रॉड को खिलाड़यिों के खिलाफ गलत शब्द का इस्तेमाल करने और उनके साथ गलत व्यवहार को लेकर आईसीसी आचार संहिता की धारा 2.5 के उल्लंघन का दोषी पाया गया है।' यह घटना मैच के चौथे दिन की सुबह पाकिस्तान की दूसरी पारी के 46वें ओवर की है जब यासिर को विकेट के पीछे कैच कराने के बाद ब्रॉड ने अपशब्दों का इस्तेमाल किया था।
आईसीसी के अनुसार ब्रॉड को दोषी ठहराने का प्रस्ताव आईसीसी एलीट पैनल के मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने दिया था। ब्रॉड ने हालांकि अपनी गलती स्वीकार की जिसके बाद इस मामले पर औपचारिक सुनवाई की जरुरत नहीं पड़ी। मैदानी अंपायर रिचर्ड केटलबोरो और रिचर्ड इलिगवर्थ, तीसरे अंपायर माइकल गॉग और चौथे अंपायर स्टीव ओ शॉगनेसी ने ब्रॉड पर आरोप लगाए थे। दिलचस्प है कि क्रिस के वेस्ट इंडीज के खिलाफ तीसरे टेस्ट में मैच रेफरी रहते स्टुअर्ट ब्रॉड ने अपना 5००वां विकेट हासिल किया था।