नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की पुत्री आरुषि निशंक ने कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ की वजह से लागू किये गए लॉकडाउन का सदुपयोग करते हुए घर पर ही खादी के मास्क बनाये और अपने कर्मचारियों में बाँट दिये। निशंक ने प्रख्यात भारतीय शास्त्रीय नृत्यांगना, पर्यावरणविद्, फिल्म निर्माता और सामाजिक कार्यकर्ता सुआरुषि ने लॉकडाउन के दौरान किस तरह से वक्त गुज़ार रही हैं, इसकी जानकारी ट्विटर पर साझा की।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यह देखकर बहुत प्रसन्नता हुई कि मेरी बेटी आरुषि घर पर खादी के मास्क बनाकर अपने स्टाफ के कर्मचारियों को वितरित कर रही है और उनको कोरोना वायरस से बचने के लिये सजग भी कर रही है।’’ सुआरुषि ने गंगा नदी के धरती पर आने की कहानी पर आधारित ‘गंगा अवतरण’ एवं सूफियाना शास्त्रीय कथक नृत्य ‘सजदा’ जैसी रचनाओं की कोरियोग्राफी की है। उन्हें 2017 में उत्तराखंड गौरव पुरस्कार और 2018 में उत्तराखंड गौरव सम्मान पुरस्कार भी मिला है। उन्होंने 2018 में अपनी पहली क्षेत्रीय फिल्म ‘मेजर निराला’ का निर्माण किया जो 'निशंक' द्वारा लिखे गए उपन्यास पर आधारित है।