नई दिल्ली। देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ संक्रमण के 43 नये मामले सामने आए हैं और चार मरीजों की मौत होने के साथ इस बीमारी की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या 15 हो गयी है। कोरोना वायरस के कुल पाजिटिव मामलों की संख्या देश भर में 694 हो गई हैं जिनमें 647 भारतीय नागरिक तथा 47 विदेशी हैं।
देश के विभिन्न राज्यों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस के संक्रमण से बिहार, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और दिल्ली में एक-एक, गुजरात और महाराष्ट्र में तीन-तीन, कर्नाटक में दो लोगों की मौत हो गई हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने गुरुवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कोरोना महामारी की ताजा स्थिति के बारे में कहा कि सरकार का ध्यान कोरोना वायरस मरीजों के बेहतर इलाज, विदेशों से आए मरीजों के क्वारंटीन का पूरी तरह पालन कराने और इनके संपर्क में आए लोगों की निगरानी करना है तथा इसके बेहतर नतीजे भी दिखने शुरू हो गये हैं।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के आग्रह पर विभिन्न राज्यों ने कोरोना वायरस समर्पित अस्पतालों को बनाने का काम शुरू कर दिया है और अब तक कोरोना वायरस के उपचार के लिए 17 राज्यों में अस्पतालों का काम शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से बचाव के लिए सामाजिक दूरी बनाना बहुत अच्छा कदम साबित हो सकता है और अगर लॉकडाउन के दौरान इसका पूरी तरह पालन कर लिया जाता है जो इस बीमारी के विषाणु के प्रसार की चेन को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। श्री अग्रवाल ने कहा कि हालांकि कोरोना वायरस के काफी मामले सामने आ रहे हैं लेकिन इनका रुझान देखा जाए तो इसमें कमी महसूस की जा सकती है और इसकी रफ्तार को देखते हुए थोड़ा संतोषजनक कहा जा सकता है लेकिन हम इससे निपटने के लिए कोई लापरवाही नहीं बरतेंगे।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन की जो घोषणा की है उसका हम सभी को पालन करना होगा और यह व्यक्ति से लेकर समाज की जिम्मेदारी है और इस हालत में किसी एक नागरिक की गलती सबके लिए काफी गंभीर हो सकती है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में बालीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन के उस ट्वीट को गलत बताया कि जिसमें कहा गया था कि कोरोना वायरस की बीमारी मक्खियों द्वारा भी फैलती है।
आम जनता को आश्वस्त करते हुए श्री अग्रवाल ने कहा कि भारत कोरोना वायरस की चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और सामाजिक दूरी बनाकर इस वायरस के प्रसार की चेन को शत-प्रतिशत तोड़ा जा सकता है।