नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव हारने के बाद दिल्ली भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि भड़काऊ भाषण देने वाले नेताओं को चुनाव लड़ने से रोक दिया जाना चाहिए। 'इंडियन एक्सप्रेस' से बात करते हुए मनोज तिवारी ने माना की दिल्ली चुनाव में पार्टी के कई नेताओं द्वारा दिए गए विवादित बयानों से नुकसान हुआ।
बता दें विधानसभा चुनाव 2020 में बीजेपी 2015 के मुकाबले उसकी स्थिति ठीक थी लेकिन फिर भी उसको करारी हार में ही गिना जाएगा 70 सीटों की विधानसभा में आम आदमी पार्टी ने 62 सीटें जीती और बीजेपी को 8 सीटों पर जीत हासिल हुई। इस करारी हार का ठीकरा बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी के सर नहीं फूटा क्योंकि बीजेपी के वोट प्रतिशत में काफी बढ़ोतरी हुई है।
तिवारी इंडियन एक्सप्रेस के एक कार्यक्रम आइडिया एक्सचेंज में बोल रहे थे। मनोज तिवारी ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि 'जो भी नेता चुनाव में भड़काऊ भाषण देता है, उसकी वैधानिक मान्यता ही समाप्त कर दी जाए। अर्थात उस के ऊपर प्रतिबंध लगा दिया जाए,अगर ऐसा सिस्टम सामने रखा जाता है तो मैं पार्टी अध्यक्ष के तौर पर नहीं, बल्कि निजी तौर पर उसका समर्थन जरूर करूंगा।'
मनोज तिवारी से जब यह पूछा गया कि आज आप उन नेताओं के खिलाफ इतना बड़ा बयान दे रहे हैं तो उन नेताओं को आपने या आपकी पार्टी ने टिकट क्यों दिया ? इसका जवाब देते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि जिन बीजेपी के नेताओं ने भड़काऊ भाषण या इस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है, उनको जनता ने पनिशमेंट दे दी है। इसके साथ ही मनोज तिवारी ने कहा कि जिस सिस्टम कि मैं बात कर रहा हूं उस सिस्टम के तहत ओखला के विधायक अमानतुल्लाह खान और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी को भी जांच के दायरे में लाया जाना चाहिए। और उन पर भी प्रतिबंध लगना चाहिये।