राजगढ़। राजस्थान के झालावाड़ से मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में आ रही बरातियों से भरी ट्रैक्टर-ट्राली रविवार रात करीब साढ़े नौ बजे अनियंत्रित होकर पलट गई थी इस हादसे में 35 लोग ट्राली के नीचे दबने और13 की मौत हो गई थी। अब सुबह राजस्थान मनोहरथना विधायक पहुंचे। राजगढ़ जिला अस्पताल में ग्रामीण मौजूद है शवो को गांव ले जाने की तैयारी की जा रही है। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने इस हादसे पर दुःख जताया है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान से बरात लेकर आ रही ट्रैक्टर-ट्राली पलटी खा गई थी, इस हादसे में 13 की मौत हो गई है बाकी उपचार भोपाल और राजगढ़ में चल रहा है।
मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव ने कहा कि ट्रैक्टर ट्राली पलटने से 13 लोगों की असमय मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। राज्यमंत्री नारायण सिंह पंवार के साथ राजगढ़ के कलेक्टर और एसपी मौके पर मौजूद हैं। हम राजस्थान सरकार के संपर्क में हैं। राजस्थान पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है। घायलों का बेहतर तरीके से उपचार किया जा रहा है। जिस ट्रैक्टर-ट्राली में बधाई गीत गाते हुए आ रहे थे बराती वही बनी काल, चीख पुकार मची, घायलों-मृतकों को अलग-अलग एंबुलेंस से ले गए
राजस्थान से सहरिया आदिवासी समाज के बरातियों से भरी ट्रैक्टर-ट्राली का जैसे ही मप्र की सीमा में प्रवेश हुआ तो सड़क की ढलान पर अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे के दौरान ट्राली पूरी तरह से उल्टी हो गई थी। घटना के बाद मौके पर चीख-पुकार की आवाजें गूंजना शुरू हो गईं। हृदय विदारक हादसे में ट्रैक्टर-ट्राली पलटने व घायलों की चीख-पुकार को सुनते हुए राहगीर व आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस-प्रशासन को सूचना दी। इसके बाद जेसीबी की मदद से ट्रैक्टर-ट्राली को सीधा करते हुए घायलों व मृतकों को राजगढ़ जिला अस्पताल लाया गया।
हादसे के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य मंत्री नारायण सिंह पंवार और कलेक्टर-एसपी तुरंत जिला अस्पताल राजगढ़ पहुंच गए। उन्होंने घायलों से मिलकर इलाज की जानकारी ली और अस्पताल प्रबंधन को सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं देने के निर्देश दिए। इसके अलावा छह गंभीर घायलों को भोपाल के हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराने के लिए रेफर किया गया। राज्य मंत्री और अधिकारी देर रात तक पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए रखे।
इन दिनों वैसे तो विवाह की लग्न नहीं है, लेकिन इस पूूरे क्षेत्र में सहरिया आदिवासी समाज के लोग पांती परंपरा अनुसार शादी करते हैं। जिसके तहत देव स्थान से पांती उठाने के बाद विवाह बिना मुहुर्त के ही कर लिया जाता है। इसी के तहत यह विवाह होने जा रहा था। विवाह की रस्में होती इसके पहले ही हादसा हो गया।बताया जाता है कि ट्रैक्टर-ट्राली का चालक नशा किए हुए था। मार्ग में कई बार ट्राली में सवार लोगों ने चालक से धीमे चलाने के लिए कहा लेकिन उसने अनसुना कर दिया।
इनकी हुई मौत
रूपाबाई (22) पति ब्रजेश निवासी भगवतपुरा जिला बारां, रामदयाल (9) पिता रामचरण निवासी मोतीपुरा जिला झालावाड़, आकाश (5) पिता ब्रजेश निवासी मोतीपुरा, भूमि (4) पिता राजकुमार भगवतपुरा, बादामबाई (70) पति नारायण कातोड़िया निवासी गजवाड़ी झालावाड़, शिवम (12) पिता कालू निवासी मोतीपुरा, रामकली (25) पिता राजकुमार निवासी भगवतपुरा, राधाबाई (20) निवासी मोतीपुरा, अरविंद (18) पिता चतरूलाल निवासी बद्दूखेड़ी जिला झालावाड़, विशाल (17) पिता रामलाल निवासी भगवतपुरा, सुनील (20) पिता रामबाबू निवासी भगवतपुरा, रामपाल (20) पिता भूरालाल निवासी भगवतपुरा और बरजी (50) पिता राधेश्याम निवासी दिगोद जागीर जिला बांरा शामिल हैं।