शादी के बंधन में बंधने के बाद जिंदगी में एक बड़ा परिवर्तन आ जाता है। आप एक छत के नीचे अपने पति के साथ रहती हैं और अपनी जिंदगी उनके साथ गुजारती हैं। आपका दिन कैसा बीता, दिनभर आपने क्या किया, आपको क्या पसंद है और क्या नहीं, और ना जाने क्या क्या बातें आप रोजाना एक दूसरे से शेयर करते हैं।
मगर उसके बावजूद कुछ ऐसे टॉपिक हैं जिन्हें आप सीक्रेट ही रखना चाहती हैं और अपने पार्टनर को बताने में कम्फर्टेबल महसूस नहीं करती हैं। महिलाओं के अनुभवों के आधार पर ये जानने की कोशिश करते हैं ऐसे कौन सी सात बाते हैं जिन्हें वो अपने तक ही रखना चाहती हैं।एक पुरुष हमेशा ये जानने के लिए उत्सुक रहता है कि उसकी मुलाकात से पहले उसकी पत्नी क्या किसी के साथ रोमांटिक रिलेशनशिप में थी।
भले ही साथ रहकर पति पत्नी के बीच रिश्ता बेहतर होता जाता है और एक दूसरे पर विश्वास भी बढ़ता है लेकिन महिलाएं जानती हैं कि इस बारे में अपने पति से बात की तो वो ज्यादा सोचने लगेंगे और रिश्ते को लेकर असुरक्षित भावना उनके मन में आ जाएगी। मौजूदा रिश्ते पर कोई नकारात्मक असर ना पड़े इसलिए वो इस मामले में चुप रहना ही बेहतर समझती हैं।भले ही महिला अपने पति से कितना ही प्रेम और उनकी इज्जत करे लेकिन ज्यादातर मौकों पर वो पति की तुलना अपने एक्स बॉयफ्रेंड से कर ही बैठती हैं। इस तरह का दौर शादी के शुरुआती चरण में ज्यादा होता है। कोई भी लड़की अपने पति से ये बात नहीं कह पाती है।
कई लड़कियों को शादी के बाद अपने ससुराल वालों के साथ एडजस्ट करने में मुश्किलें आती हैं। कई महिलाएं ऐसी होती हैं जो अपनी तरफ से ये दिखाने की पूरी कोशिश करती है कि उसे अपने ससुराल में रहने में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हो रही है। कई लड़कियां इस बात को स्वीकार कर लेती हैं कि उनके सास और ससुर उसे अपनी बेटी की तरह नहीं अपनाने वाले हैं। उसे अपने मम्मी पापा जैसा प्यार यहां नहीं मिलने वाला है और वो इस बारे में अपने पति को ना बताना ही ठीक समझती है। बच्चों और शादीशुदा जिंदगी को सही ढंग से चलाने के लिए कई महिलाओं को समझौता करना पड़ता है और अपनी नौकरी भी छोड़नी पड़ती है।
देखा गया है कि शादी के बाद घर के कामकाज और फिर बाद में बच्चों की देखभाल के लिए पत्नियों को ही अपने करियर की कुर्बानी देनी पड़ती है। उन्हें ऐसा करके दुःख तो होता है लेकिन वो पति को इस बारे में बताती नहीं हैं।सास और बहु के रिश्ते में तनातनी चलती रहती है। महिलाओं को तब ये अच्छा नहीं लगता है जब सास के गलत रहने के बावजूद पति उन्हीं का पक्ष ले ले। कई महिलाएं ऐसी स्थिति में अकेले में रोती हैं और उन्हें सबके रहते हुए भी अकेला महसूस होता है।
मगर वो चाहती हैं कि पति अपनी इस आदत को खुद बदले और सही का साथ दे। कई महिलाएं अपने बेस्ट फ्रेंड की पर्सनल लाइफ या फिर अपने रिश्तेदारों के घर में चल रहे उतार चढ़ाव की चर्चा अपने पति के सामने नहीं करना चाहती हैं। खासतौर से जिन लड़कियों की शादी को कुछ ही वक्त हुआ है वो ऐसा बिल्कुल नहीं करती हैं। कई लड़के अपनी मां के बहुत करीब होते हैं और वो इस तरह की सभी बातें उनसे शेयर कर देते हैं। लड़कियां नहीं चाहती हैं कि उसके दोस्त और रिश्तेदारों के आधार पर उसे जज किया जाए।