नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में सोमवार से तकनीकी पर आधारित दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा मेला इंडियन मोबाइल कांग्रेस 2019 शुरू हो गया। तीन दिवसीय मोबाइल कांग्रेस 16 अक्टूबर तक चलेगी। इस मेले के आयोजन दूरसंचार विभाग के सहयोग से संचार क्षेत्र की कंपनियों के शीर्ष संगठन सीओएआई की ओर से एयरोसिटी में किया गया है। इसमें दुनियाभर के 30 देशों से 500 से ज्यादा कंपनियाँ हिस्सा ले रहीं हैं। तीन दिन में यहाँ एक लाख लोगों के आने की उम्मीद है।
संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संचार क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों के प्रमुखों की मौजूदगी में इसका उद्घाटन किया। इस मौके पर दूरसंचार सचिव अंशु प्रकाश, वोडाफोन आइडिया के कुमार मंगलम बिड़ला, रिलांयस जियो बोर्ड के निदेशक महेन्द्र नाहटा, भारती एयरटेल के राकेश भारती मित्तल, ट्राई के अध्यक्ष आर.एस. शर्मा, सीओएआई के महानिदेशक राजन मैथ्यूज, फेसबुक से मोनिका देसाई, क्वालकॉम से पराग कैर, आईटीयू से मैलकॉम जॉनसन समेत सभी दिग्गज मोबाइल और टेलीकॉम कंपनियों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
आईएमसी में वाणिज्य और संचार मंत्रालय की ओर से भारतीय पवेलियन लगाया गया है। इस बार भारतीय पवेलियन का फोकस एसएमई और स्टार्टअप पर रखा गया है। इस पवेलियन में कई राज्यों के एसएमई और स्टार्टअप से जुड़े उत्पाद पेश किए जाएंगे। इस मौके पर केपीएमजी द्वारा तैयार एक रिपोर्ट भी जारी की गयी जिसमें कहा गया है कि 5जी से 0.35 प्रतिशत से लेकर 0.5 प्रतिशत की सकल घरेलू उत्पाद में बढोतरी हो सकती है। इसमें एआई, आरआर/ वीआर जैसी प्रौद्योगिकी के उपयोग के बारे में उल्लेख किया गया है। इसमें कहा गया है कि भारत में वर्ष 2025 तक 5जी को तेजी से अपनाया जा सकेगा और भारतीय टेलीकॉम कंपनियां 5जी को क्रियान्वित कर 48.69 अरब डॉलर का कारोबार कर सकती है।
मोबाइल कांग्रेस में भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने जहां कनेक्टेड व्लर्ड के साथ ही छोटे कारोबारियों, स्मार्ट सिटी और स्मार्ट होम के लिए 5जी के उपयोग पर विशेष जोर दिया है। रिलायंस जियो ने भी स्मार्ट होम, छोटे कारोबारी आदि के लिए 5जी के उपयोग का प्रदर्शन किया है। इसके साथ ही 5जी प्रौद्योगिकी बनाने वाली कंपनियों एरिक्शन, हुवावेई, नोकिया और 5जी से जुड़े उपकरण बनाने वाली कंपनियों ने भी अपने उत्पाद प्रदर्शित किये हैं।