नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को सफल उद्यमियों से आव्हान किया कि वे अपने ज्ञान, अनुभव और विचारों को साझा करें और स्टार्ट अप के लिए मार्गदर्शक बनें। गोयल ने यहाँ राष्ट्रीय स्टार्टअप सलाहकार परिषद की पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि यह परिषद भारत में कई उभरते स्टार्टअप उद्यमियों के लिए मार्गदर्शक के रूप में कार्य करेगी।
उन्होंने कहा कि यह देश के इतिहास में पहली बार है जब निजी क्षेत्र और सरकार के लोगों की ऐसी उच्चस्तरीय टीम एक साथ आई है, ताकि ‘आप अपने के नीतिगत निर्णय खुद लें।’ गोयल ने विभिन्न समस्याओं के अभिनव समाधान खोजने के लिए सभी क्षेत्रों में स्टार्टअप्स के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि भारत नवाचार और लीक से हटकर सोचने का केंद्र है। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप अभियान ने पिछले पांच वर्षों में उद्यमशीलता की भावना को उभारा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने प्रधानमंत्री के ‘स्टार्टअप इंडिया’ विजन की प्राप्ति की दिशा में राष्ट्रीय स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर तक हितधारकों के जबरदस्त प्रयासों को देखा है।’’ गोयल ने स्टार्टअप्स को आत्मनिर्भर भारत के नए विजेता के रूप में बताते हुए कहा कि हमारे पास विश्व का सबसे बड़ा और सबसे नवीन स्टार्टअप इकोसिस्टम बनने की क्षमता है। सरकार भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम की प्रगति को बढ़ावा देने में हमेशा मददगार सहयोगी की भूमिका में रही है और आगे भी रहेगी।