अफगानिस्तान। डी कॉक इस देश के उन कई खिलाड़यिों में से एक थे जिन्होंने सफेद गेंद क्रिकेट में #ब्लैकलाइब्स मैटर के तहत घुटने नहीं लेने का विकल्प चुना, जबकि दक्षिण अफ्रीका ने अपने खिलाड़यिों को घुटने टेकने, मुट्ठी उठाने या ध्यान देने का विकल्प देने का फैसला किया था। उन्होंने वेस्टइंडीज के दौरे पर पहली बार उनमें से किसी को भी नहीं चुना, लेकिन अफगानिस्तान में घायल हुए एक दोस्त को श्रद्धांजलि में तीन-उंगली की सलामी दी।
टी20 विश्व कप में, जब सीएसए ने खिलाड़यिों को घुटने टेकने के लिए बाध्य किया, तो डिकॉक ने शुरू में इससे इनकार कर दिया और परिणामस्वरूप वेस्टइंडीज के ख़लिाफ मैच में वह नहीं खेले। बाद में उन्होंने माफी मांगी और तब से घुटने टेकना शुरू किया था।
डिकॉक ने 2014 में ऑस्ट्रेलिया के ख़लिाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और 54 टेस्ट खेले, जिसमें छह शतकों के साथ 38.82 के औसत से 3300 रन बनाए। उनका पहला शतक उसी सुपरस्पोर्ट मैदान पर आया था, जिसमें उन्होंने अपना आख़रिी टेस्ट खेला। उन्होंने तब 7वें नंबर पर आकर नाबाद 129 रन बनाए थे और दक्षिण अफ्रीका ने उस मैच में 2016 में इंग्लैंड को 280 रन से हराया था। उन्होंने बाद में होबार्ट में मैच जिताने वाला शतक बनाया। उस वर्ष दक्षिण अफ्रीका ऑस्ट्रेलिया में लगातार तीसरी सीरीज जीतने में कामयाब हुई थी।