नई दिल्ली। टीम इंडिया के हेड कोच के तौर पर रवि शास्त्री का सफर खत्म हुए करीब एक महीने हो गए हैं। टी20 वर्ल्ड कप के साथ ही शास्त्री का हेड कोच के तौर पर कार्यकाल खत्म हुआ और उनकी जगह राहुल द्रविड़ को टीम इंडिया का नया हेड कोच बनाया गया। शास्त्री ने हेड कोच के पद से हटने के बाद कुछ अहम बातें कही हैं। उन्होंने कहा कि टीम सिलेक्शन में उनका कोई रोल नहीं होता था। शास्त्री का मानना है कि अंबाती रायुडू या श्रेयस अय्यर में से किसी एक को नंबर-4 पर बैटिंग करने के लिए टीम में शामिल किया जाना चाहिए था।
शास्त्री ने कहा, 'टीम सिलेक्शन में मेरा कोई हाथ नहीं होता था, लेकिन मैं वर्ल्ड कप स्क्वॉड में तीन विकेटकीपरों के चुने जाने को लेकर खुश नहीं था। अंबाती रायुडू या फिर श्रेयस अय्यर को टीम में चुना जाना चाहिए था। एक ही टीम में महेंद्र सिंह धोनी, ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक तीनों को चुने जाने का क्या लॉजिक था। लेकिन मैंने सिलेक्टर्स के काम में कभी टांग नहीं अड़ाई। मैं सिर्फ तब बोलता था जब मेरी राय मांगी जाती थी।' 2019 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया सेमीफाइनल तक पहुंची थी, जहां उसे न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 रनों से हार का सामना करना पड़ा था।
अंबाती रायुडू को टीम में नहीं शामिल किए जाने को लेकर तब भी काफी विवाद हुआ था। वर्ल्ड कप से पहले कप्तान विराट कोहली ने कहा था कि उनको नंबर-4 के बल्लेबाज के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन रायुडू की जगह टीम में विजय शंकर को शामिल किया गया था। उस समय के चीफ सिलेक्टर एमएसके प्रसाद ने कहा था कि बैटिंग, फील्डिंग और बैटिंग तीनों डायमेंशन को देखकर उन्हें टीम में जगह दी गई है। जिसके बाद रायुडू ने ट्वीट किया था कि उन्होंने वर्ल्ड कप देखने के लिए 3डी ग्लास ऑर्डर किए हैं।