पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सरफराज अहमद को हाल ही में इंग्लैंड दौरे के लिए 29 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया है। सरफराज ने कहा है कि वह अपनी वापसी को यादगार बनाना चाहते हैं। पाकिस्तान को पांच अगस्त से एक सितंबर के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज इतने ही मैचों की टी-20 सीरीज खेलनी है। सरफराज अहमद ने पिछले साल अक्टूबर में आखिरी बार पाकिस्तान के लिए क्रिकेट खेली थी।
सरफराज के हवाले से लिखा, मैं मौके को लेकर सकारात्मक हूं जब भी मुझे मौका मिलेगा मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा टीम में अपनी जगह पाने की कोशिश करूंगा। उन्होंने कहा, मैं एक टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन कर यादगार वापसी करना चाहता हूं। उतार-चढ़ाव तो खेल का हिस्सा हैं। जब मैं कप्तान था, मेरा ध्यान सबसे ज्यादा इस पर रहता था कि टीम कैसा प्रदर्शन करेगी, लेकिन अब मैं अपने प्रदर्शन पर ध्यान दूंगा। टीम के मुख्य कोच मिस्बाह उल हक ने कहा था कि सरफराज को टीम में मोहम्मद रिजवान के बैकअप विकेटकीपर के तौर पर शामिल किया गया है क्योंकि इंग्लैंड दौरा काफी लंबा है।
सरफराज अहमद ने कहा, जहां तक बैकअप विकेटकीपर की बात है तो मैं इसे लेकर चिंतित नहीं हूं, मैं इस बात को नहीं सोच रहा हूं कि पहली च्वाइस हूं या दूसरी। मैं इस बात से खुश हूं कि मेरी टीम में वापसी हुई है टीम में दो विकेटकीपर रहना टीम के लिए ही अच्छा है। हमने ऐसा अतीत में भी देखा है जब टीम में मोइन खान राशिद खान रहते थे। इसके साथ ही सरफराज अहमद ने कहा है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने टेस्ट T20 सीरीज के लिए इंग्लैंड जाने पर अंतिम फैसला खिलाड़ियों पर छोड़ दिया था। उन्होंने कहा, पीसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वसीम खान ने प्रत्येक खिलाड़ी से बात की स्पष्ट कर दिया कि अगर कोविड-19 के हालात में इंग्लैंड जाने में कोई भी आपत्ति है तो हमें बिना किसी भय के उन्हें बता देना चाहिए। उन्होंने कहा, उन्होंने अंतिम फैसला हम पर छोड़ दिया निश्चित रूप से हम सभी ने जाने से पहले अपने परिवार से बात की।