नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने जब इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा था तो तो उनका उन्होंके कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन थे परन्तु इन सभी मुद्दों पर अब पूर्व भारतीय कप्तान ने अपनी चुप्पी तोड़ी है अजहरुद्दीन ने फेसबुक लाइव चाट पर उन्होंने अपने और सौरव गांगुली के रिश्तों पर खुलकर बात की और कई चौंकाने वाली बातें भी बताई है। सौरव गांगुली पर अकसर आरोप लगते रहे कि वो काफी अनुशासनहीन थे, उन्होंने 12वें खिलाड़ी के तौर पर ड्रिंक्स ले जाने से इनकार कर दिया था। हालांकि अजहरुद्दीन ने इन सभी बातों को अफवाह बताया है।
स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ लाइव बातचीत के दौरान अजहरुद्दीन ने कहा, 'कभी-कभी लोग सिर्फ लिखने के लिए ऐसी बातें लिख देते हैं। ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था, लोगों ने बस झूठी कहानियां गढ़ी' अजहरुद्दीन ने बताया, 'सौरव गांगुली बिलकुल भी अनुशासनहीन नहीं थे, वो बेहद ही अच्छे इंसान थे। वो सभी की इज्जत करते थे और इसीलिए वो इतने बड़े कप्तान बने। यही एक बड़े कप्तान की पहचान होती है' 1992 में डेब्यू करने वाले सौरव गांगुली ने शुरुआती मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था, जिसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।
इसके चार साल बाद गांगुली ने वापसी की और शानदार शतक जमाया. अजहरुद्दीन ने कहा, 'दादा काफी टैलेंटेड थे। मुझे लगता है कि उन्होंने दो-तीन पारियां ही खेली थी। लेकिन जब उनका समय आया तो बेस्ट ओपनर बने।' बता दें गांगुली ने भारत के लिए 113 टेस्ट मैचों में 42 से ज्यादा की औसत से 7212 रन बनाए, जिसमें उनके बल्ले से 16 शतक निकले. साथ ही 311 वनडे मैचों में उन्होंने 11363 रन ठोके।
गांगुली ने वनडे में भी 22 शतक लगाए. इसके अलावा गांगुली ने वनडे में 100 और टेस्ट में 32 विकेट लिये। बता दें वो अजहरुद्दीन ही थे जिनकी कप्तानी में सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ जैसे खिलाड़ी आगे बढ़े। अजहरुद्दीन की कप्तानी में ही सचिन को ओपनिंग करने का मौका मिला, जिसके बाद उन्होंने इतिहास ही रच दिया।