नई दिल्ली। टाटा ग्रुप द्वारा बिगबास्केट में हिस्सेदारी की खरीद को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने मंजूरी दे दी है। टाटा डिजिटल ने ऑनलाइन ग्रॉसरी बिगबास्केट में मैज्योरिटी स्टेक का अधिग्रहण कर दिया है। भारत के रीटेल सेक्टर पर पहले अमेजन व फ्लिपकार्ट का वर्चस्व था। लेकिन देश के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी ने खुदरा सेक्टर में जियो मार्ट लाकर उनके सामने चुनौती पेश कर दी। जब मुकेश मैदान में कूदे तो रतन टाटा कैसे पीछे रह सकते थे। टाटा समूह ने अपने तरकश से एक और तीर निकाला है। आनलाइन ग्रोसरी बिग बास्केट व आनलाइन फार्मेसी 1mg में ज्यादातर स्टेक अपने हाथ में लेने के बाद अब इनकी नजर क्योरफिट (Curefit) पर है।
इस सौदे के साथ ही देश के सबसे बड़े औद्योगिक घराने टाटा ग्रुप की अब रीटेल सेक्टर में मुकेश अंबानी की रिलायंस रीटेल, ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी दिग्गज कंपनियों से सीधी टक्कर का रास्ता साफ हो गया है। टाटा डिजिटल ने इस डील की फाइनेंशियल डील का खुलासा नहीं किया है लेकिन रेग्युलेटरी फाइलिंग के मुताबिक कंपनी ने बिगबास्केट में करीब 64 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है।
ईटी ने खबर दी थी कि बिगबास्केट के बोर्ड ने इसी हफ्ते इस डील को मंजूरी दी थी और टाटा डिजिटल ने बेंगलूरु की इस स्टार्टअप कंपनी में 20 करोड़ डॉलर का शुरुआती निवेश किया है। बिगबास्केट में मैज्योरिटी शेयरहोल्डर चीन का अलीबाबा ग्रुप और एक्टिस एलएलपी अब इससे निकल गए हैं। भारतीय प्रतिस्पर्द्धा आयोग ने पिछले महीने इस डील को मंजूरी दी थी।
बिगबास्केट और ऑनलाइन फार्मेसी 1mg के बाद टाटा ग्रुप की नजर फिटनेस स्टार्टअप क्योरफिट पर है। रीटेल सेक्टर में रिलायंस इंडस्ट्रीज और ऐमजॉन से टक्कर के लिए इसे अहम माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक टाटा ग्रुप की Curefit के फाउंडर मुकेश बंसल से बात चल रही है। उन्हें टाटा के डिजिटल बिजनेस में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। बंसल ऑनलाइन फैशल रिटेलर मिंत्रा के को-फाउंडर भी हैं। पिछले 5 साल से वह Curefit को संभाल रहे हैं।
मुकेश बंसल की बात करें तो उन्होंने काफी कम समय में मिंत्रा को आसमान पर पहुंचा दिया। टाटा समूह के लिए उनका यही अनुभव काम आएगा। मिंत्रा को 2014 में फ्लिपकार्ट ने 33 करोड़ डॉलर में खरीदा था। बाद में बंसल फ्लिपकार्ट से जुड़ गए और कंपनी के संस्थापक सचिन बंसल के साथ काम किया। पिछले महीने टाटा डिजिटल को बिग बास्केट में 64 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने को प्रतिस्पर्द्धा आयोग ने मंजूरी दे दी थी। ऐसे में आनलाइन ग्रोसरी सेक्टर में दिग्गजों के बीच टक्कर होना तय है। टाटा समूह के पास 100 से ज्यादा कंपनी है और सभी के उत्पादों को एक प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए सुपर एप लांच करने जा रहा है। ग्रोसरी में बड़ा दांव खेलने के बाद टाटा समूह हेल्थकेयर व फिटनेस सेगमेंट में भी बड़ा निवेश करने जा रहा है। 1mg के साथ उसकी बात चल रही है और वह 55 फीसद हिस्सेदारी खरीद सकता है। उधर, क्योरफिट से बातचीत भी अंतिम चरण में है।