नई दिल्ली। गौतम सिंघानिया और नवाज मोदी के तलाक का मामला अब Raymond के लिए समस्या खड़ी कर रहा है. अरबपति के पारिवारिक समस्या का असर अब कारोबार पर भी पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है. शेयरों में लगातार गिरावट हुई है, जिस कारण रेमंड के शेयर पर प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्मों की पैनी नजर है. प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्मों का कहना है कि अगर झगड़े का कोई समाधान नहीं निकलता है तो रेमंड कारोबार पर गहरा असर पड़ेगा.
प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म ऐसी संस्थाएं होती हैं, जो कंपनी के भीतर होने वाले घटनाक्रम पर कड़ी नजर रखती हैं और शेयरहोल्डरों को समय-समय पर जानकारी देती हैं. बिजनेस टुडे के मुताबिक, प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म इनगवर्न के सुब्रमण्यम ने कहा कि ये अल्पसंख्यक शेयरधारकों को प्रभावित करेगा. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि इस स्टॉक को खरीदने में जल्दबाजी करनी चाहिए. वहीं SEBI के पूर्व कार्यकारी निदेशक जेएन गुप्ता ने कहा कि अगर लड़ाई कोर्ट में जाती है तो कारोबार पर गहरा असर होगा.
गौतम सिंघानिया और नवाज मोदी के बीच तलाक के लिए नेटवर्थ में से 75 फीसदी हिस्सेदारी की शर्त सामने आई थी. एक एक्सपर्ट का कहना है कि अगर गौतम, नवाज और बेटियों के बीच कंपनी बंटती है तो शेयरहोल्डरों प्रभावित होंगे.साथ ही कंपनी का कारोबार भी प्रभावित होगा. ऐसे में निवेशक डरे हुए हैं और इनकी इस पूरे विवाद पर गहरी नजर है. दूसरी ओर नवाज में कोर्ट नहीं जाने की बात से इनकार नहीं किया है, ऐसे में कोर्ट जाने पर कंपनी के कारोबार से लेकर शेयरों पर दबाव बढ़ेगा.