नई दिल्ली। सरकार ने कहा है कि करदाताओं को बेहतर सेवाएं देने के लिए आयकर विभाग सिर्फ प्रवर्तन के बजाए सुविधा प्रदाता में बदल रहा है जिससे जांच के लिए चुने गये आयकर रिटर्न में भारी कमी आयी है। वित्त मंत्रालय ने इस संबंध में राज्यबार चुने गये रिटर्न की जानकारी देते हुये कई ट्विट में यह जानकारी दी है। मंत्रालय ने कहा है कि पिछले कुछ वर्षों में जांच के लिए चुने गए मामलों में भारी कमी आई है।
उसने कहा है कि आंकलन वर्ष 2017- 18 में भरे गये कुल रिटर्न में से 0.55 रिटर्न जांच के लिए चुने गये थे जबकि आंकलन वर्ष 2018-19 के रिटर्न में से मात्र 0.25 प्रतिशत रिटर्न भी इसके लिये चुने गये। मंत्रालय के अनुसार आंकलन वर्ष 2015-16 में 0.71 प्रतिशत रिटर्न चुने गये थे जबकि वर्ष 2016-17 में यह संख्या घटकर 0.40 प्रतिशत पर आ गयी थी।