नई दिल्ली। करोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन के बीच परिवहन विभाग बहुत जल्द उत्तर प्रदेश के सभी आरटीओ ऑफिस (RTO Office) में ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का काम शुरू करने जा रहा है। लॉकडाउन के फेज 3 के बाद अब एक बार फिर ड्राइविंग लाइसेंस के ऑनलाइन आवेदन शुरू होने वाले हैं। हालांकि अगर आप आपना या अपने किसी जानने वाले का ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना चाहते हैं तो अब आपको पहले की तुलना में तीन गुना ज्यादा समय तक इंतजार करना पड़ेगा। क्योंकि अब पहले के मुकाबले रोजाना केवल 33 फीसदी अपॉइंटमेंट ही दिए जाएंगे। जिससे ज्यादा लोग न आएं और ऑफिस में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाया जा सके।
इसका मतलब पहले जिस ड्राइविंग लाइसेंस के अपॉइंटमेंट के लिए 1 महीना इंतजार करना पड़ता था, अब तीन महीने करना होगा। प्रक्रिया के मुताबिक ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए सभी को ऑनलाइन आवेदन करना होता है। इसके बाद आवेदक को विभाग की तरफ से एक निर्धारित तिथि दी जाती है। जिस दिन अपॉइंटमेंट मिलता है, तो उस तारीख पर आवेदक को आरटीओ ऑफिस जाना होता है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ के साथ ही कई जिलों में तारीख के साथ-साथ अपॉइंटमेंट का समय भी दिया जाता है।
जबकि कई जिलों में सिर्फ तारीख ही बताई जाती है। वैसे जहां टाइम स्लॉट दिया भी जाता है वहां भी इसका सख्ती से पालन नहीं होता। यही वजह है कि आरटीओ ऑफिस में काफी भीड़भाड़ देखने को मिलती है। लेकिन अब कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते आरटीओ ऑफिस में भीड़ कम करने को लेकर बड़ा कदम उठाया गया है। परिवहन आयुक्त धीरज साहू के मुताबिक नई व्यवस्था में पहले के मुकाबले रोजाना 33 फीसदी अपॉइंटमेंट ही दिए जाएंगे। इसमे भी पूरे दिन को तीन टाइम ब्रेकेट में बांटा जायेगा।
आवेदक को जो समय मिलेगा उसी पर आना अनिवार्य होगा। ऐसा करने से आरटीओ ऑफिस में एक समय पर भीड़ काफी कम होगी और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा सकेगा। नई व्यवस्था में अपॉइंटमेंट के लिए परिवहन विभाग की वेबसाइट में जरूरी बदलाव भी किये जा रहे हैं। ये सारी नई व्यवस्था सभी को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए की जा रही है।