एपल ने जैसे ही भारत में आईफोन बनाने की फैक्टरी लगाई, चीन को इससे दिक्कत होने लगी। अब दोनों देशों के बीच ये जंग का नया मैदान बन चुका है। सोशल मीडिया पर दोनों देश के लोग भी एपल आईफोन को लेकर आपस में भिड़ हुए हैं, फिर वो चाहें ट्विटर हो या वीबो। दरअसल चीनी सोशल मीडिया वीबो और ट्विटर पर भारत में तैयार हो रहे आईफोन 15 सीरीज के फोन्स की क्वालिटी को लेकर लोगों ने सवाल उठाने शुरू किए। इसके बाद भारतीय यूजर्स ने भी तत्काल इस पर रिएक्शन दिया और कहा कि भारत में बने आईफोन की क्वालिटी उतनी ही ठीक है, जो दुनिया में बने कहीं बने आईफोन की है।
दुनिया में पहली बार भारत में बने आईफोन 15 सीरीज के फोन की सेल 22 सितंबर से शुरू हुई है। इसी के साथ चीन में बने आईफोन भी दुनियाभर में बिक रहे हैं। एपल के लिए अब भारत बड़ा मैन्यूफैक्चरिंग हब बनता जा रहा है। वह यहां पर अपने मैन्यूफैक्चरिंग का विस्तार भी कर रहा है। अब आईफोन के अलावा भारत में ही एपल के अन्य प्रोडक्ट भी तैयार करने की भी योजना है। चीन के लोगों में अक्सर इस बात को लेकर नाराजगी देखने को मिलती है कि एपल कंपनी ने आईफोन की मैन्यूफैक्चरिंग भारत में शिफ्ट कर रहा है।
वीबो पर एक पोस्ट में लिखा गया था कि भारत में बने आईफोन 15 को यूरोप में रिजेक्ट कर दिया गया। इसके बाद उन्हें चीन भेज दिया गया है, क्योंकि इनकी क्वालिटी को लेकर शिकायत थी। इस पोस्ट के बाद भारत और चीन के लोगों के बीच तीखी प्रतिक्रिया देखी गई। चीन के सरकारी अखबार चाइना डेली ने अपनी एक रिपोर्ट में यूरोप से रिजेक्टेड फोन्स को चीन भेजे जाने का दावा किया था। चीन में इस पर तीखी प्रतिक्रिया भी देखने को मिली।
चीन एपल के सबसे बड़े मार्केट में से एक है। ऐसे में इंडिया में तैयार होने वाले आईफोन से चीन में आईफोन की डिमांड पूरी नहीं होगी। इस बीच चीन के एक पत्रकार वेनहाओ ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा, चीन के इंटरनेट स्पेस में भारत को लेकर भ्रामक और भेदभाव वाली पोस्ट की जा रही है। इसकी बड़ी वजह एपल का अपनी मैन्यूफैक्चरिंग इंडिया में शिफ्ट करना।