नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने एक व्यक्ति के लिए सिम कार्ड की संख्या तय कर दी है। इसलिए मौजूदा सभी सिमों का नए सिरे से वेरिफिकेशन किया जा रहा है। खबर तो ये है कि दूरसंचार विभाग यानी डॉट ने सभी टेलीकाम कंपनियों से देश में नौ से ज्यादा मोबाइल कनेक्शन रखने वाले ग्राहकों का फिर से सत्यापन करने को कहा है। केवाईसी होने के बाद इस बात का पता आसानी से लगाया जा सकता है कि किस व्यक्ति के नाम किन-किन कंपनियों के कितने सिम हैं। डॉट ने अपने आदेश में कहा है कि जो सिम वेरिफाई नहीं होंगे उन्हें बंद कर दिया जाएगा। जम्मू और कश्मीर, उत्तर-पूर्व और असम में छह से ज्यादा कनेक्शन रखने वाले ग्राहकों के सिम को वेरिफाई किया जाएगा।
दरअसल इस जांच-पड़ताल के दौरान ग्राहकों को यह विकल्प मिलेगा कि वह किस कनेक्शन को जारी रखना चाहते हैं, और किसे बंद कराना चाहते हैं। अगर ग्राहक वेरिफिकेशन के दौरान कोई कनेक्शन सरेंडर करता है तो उसे काट दिया जाएगा। लेकिन अगर ग्राहक वेरिफिकेशन के लिए नहीं आता है तो 60 दिन के अंदर उस कनेक्शन को काट दिया जाएगा। इस अवधि की गणना सात दिसम्बर से शुरू हो गई है। जियो के दूरसंचार क्षेत्र में उतरने के बाद टेलीकॉम कंपनियों ने जमकर सिम बांटे और बड़े-बड़े ऑफर दिए थे। खुफिया एजेंसियों की जांच में खुलासा हुआ है कि कुछ गिरोह संगठित होकर दूरसंचार सेवाओं का दुरुपयोग कर रहे हैं। वहीं, सरकार ने वित्तीय अपराध, ऑटोमेटेड कॉल और धोखाधड़ी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए यह कदम उठाया है। जियो की मांग बढ़ने के बाद, बाकी टेलीकॉम कंपनियों ने भी कई ऑफर देते हुए ग्राहकों को बड़ी संख्या में मोबाइल सिम बांटे। खासकर भीड़भाड़ वाले इलाके में जहां काफी संख्या में लोगों का आना जाना रहता है, उस जगह पर कुछ कंपनी के लोग नए-नए ऑफर के साथ ग्राहकों को अपनी कंपनी का सिम कार्ड लेने के लिए भी मनाते थे। लेकिन अब अगर आपके नाम पर भी कई सारे सिम कार्ड आपने ले रखे हैं, तो ध्यान रखिए सरकार ने इसकी लिमिट तय कर दी है।