सी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए के विद्यार्थियों ने इनोवेटिव समाधान खोज निकाला है विश्वविद्यालय की स्टार्ट-अप टीम में एमबीए के दो विद्यार्थियों ललित फौजदार और नितिन शर्मा ने जियो-फेंसिंग तकनीक का उपयोग करते एक मोबाइल एप तैयार किया है कोई संक्रमित व्यक्ति 5 से 100 मीटर के दायरे में आता हैं तो एप के माध्यम से उसका अलर्ट मिल जाएगा इसके साथ ही यह चेतावनी देगी कि आप उन स्थानों पर न जाएं, जहां संभावित संक्रमित व्यक्ति पिछले 24 घंटे में आया हो। आप सोच रहे होंगे कि आखिर यह ऐप कैसे काम करेगा।
जितने भी संक्रमित लोग सामने आ रहे हैं उनके फोन नंबर और उनके नाम के साथ अन्य जानकारियों को इकट्ठा किया जा रहा है सारी चीजों को फोन नंबर सहित इस ऐप में स्टोर किया जा रहा। इस तरह जब भी कोई संक्रमित शख्स आपके नजदीक होगा तब आपका मोबाइल तुरंत एक्टिव होकर आपको अलर्ट भेजना शुरू करेगा। इस तरह आप तुरंत अपना बचाव कर सकेंगे। विश्वविद्यालय फैकल्टी अजय शर्मा ने बताया कि इस ऐप का नाम कवच रखा गया है।
इस चुनौती के जरिए 31 मार्च तक कोरोना वायरस से रोकथाम के लिए इनोवेटिव समाधान आमंत्रित किए थे। विश्वविद्यालय की टीम ने चुनौती को स्वीकार करते हुए 10 दिन की कड़ी मेहनत के बाद यह मोबाइल एप तैयार किया है। अजय शर्मा ने बताया कि फिलहाल एप को तैयार कर इसका प्रोटोटाइप भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को भेज दिया गया है एप को प्ले स्टोर पर उपलब्ध करवाने के लिए गूगल इंडिया को भी भेजा गया है केंद्र सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद यदि ऐप व्यवहार में आता है तो यह देश के साथ-साथ दुनिया भर में कोरोना संक्रमण कोे रोकने में एक कारगर उपाय साबित हो सकता है।