भोपाल। मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों पर भी बाढ़ का कहर बरपा है। ऐसे में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी बोट पर सवार बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंच गए। उन्होंने बाढ़ से पैदा हुए हालात का जायजा लिया। सीएम ने मध्य प्रदेश के होशंगाबाद और नर्मदा किनारे के गांवों में बाढ़ वाले इलाकों का दौरा किया। मुख्यमंत्री चौहान होशंगाबाद से 25 किलोमीटर दूर विकासखंड बाबई के बाढ़ प्रभावित ग्राम छोटी बालाभेंट भी पहुंचे।
बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा, बाढ़ प्रभावित सीहोर के ग्राम मंडी क्षेत्र का निरीक्षण कर नागरिकों से संवाद किया। मेरे भाई - बहनों, घर और फसलों का अलग - अलग आकलन कर राहत और उचित मुआवजा दिया जायेगा। आपके साथ मैं और पूरी सरकार खड़ी है।
प्रभावित लोगों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, 'मैंने कल इस इलाके का हेलिकॉप्टर से दौरा किया था। जितना नीचे आ सकता था हेलिकॉप्टर हमने लाकर देखा कि कहीं कोई फंसा तो नहीं है। आज मैं पहले होशंगाबाद गया फिर सीहोर आया हूं। मैं यह कहने आया हूं कि पूरा प्रशासन आपके साथ है। डीएम, एसपी, आईजी, डीआईजी कलेक्टर सब आपके साथ हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा - 'एक एक घर का सर्वे किया जाएगा। नुकसान का आंकलन होगा। फसलों का सर्वे अलग से करेंगे। कोरोना ने कमर तोड़ डाली है, अर्थव्यवस्था की हालत खराब है, पैसा आ नहीं रहा है। लेकिन फिर भी कहीं से भी लेकर आऊंगा। सीएम शिवराज सिंह चौहान इसलिए भी बोट से निकले क्योंकि एमपी के कुछ इलाकों में हालात कुछ ज्यादा ही खराब हैं। मध्य प्रदेश के सीहोर में घरों के आगे पानी भरने के बाद लोगों को छतों पर शरण लेनी पड़ी। स्थानीय लोग बता रहे हैं कि सात साल बाद नर्मदा में इतना भीषण प्रकोप देखने को मिल रहा है।