NATO और रूस की तनातनी कम होने का नाम नहीं ले रही है। शुक्रवार दोपहर रूस के बमबाज लड़ाकू विमान स्वीडन के एयरस्पेस में घुस गए। रूसी SU-24 बौंबर ने बाल्टिक सागर के रणनीतिक द्वीप गोटलैंड के पास स्वीडिश हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया। स्वीडिश वायु युद्ध कमान ने रूसी विमान को पहले मौखिक तौर पर चेतावनी दी, लेकिन विमान अपने मार्ग से हटा नहीं। जिसके बाद दो स्वीडिश JAS-39 ग्रिपेन लड़ाकू विमानों की मदद से उसे स्वीडिश हवाई क्षेत्र से हटा दिया गया।
स्वीडिश हवाई क्षेत्र का यह उल्लंघन स्वीडन के NATO का पूर्ण सदस्य बनने के ठीक तीन महीने बाद हुआ है, जो 2022 में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद लिया गया एक ऐतिहासिक निर्णय था। वहीं, रूस की इस कार्रवाई के बाद, NATO के अन्य देश भी हाई अलर्ट पर हो गए हैं।
स्वीडिश सशस्त्र बलों ने कहा, “शुक्रवार दोपहर को, एक रूसी एसयू-24 जेट लड़ाकू विमान ने गोटलैंड के दक्षिणी सिरे के पूर्व में स्वीडिश हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया। स्वीडिश वायु लड़ाकू कमान ने रूसी विमान को मौखिक रूप से चेतावनी दी।” गोटलैंड रूसी कलिनिनग्राद से 350 किलोमीटर से भी कम दूरी पर स्थित है। स्वीडन का सैन्य सिद्धांत यह मानता है कि गोटलैंड पर नियंत्रण बाल्टिक सागर में हवाई और नौसैनिक गतिविधियों को नियंत्रित करने में सक्षम बनाता है।
स्वीडन की वायु सेना के प्रमुख जोनास विकमन ने कहा, “रूस की कार्रवाई स्वीकार्य नहीं है और यह हमारी क्षेत्रीय अखंडता के प्रति सम्मान की कमी को दर्शाती है।” 2022 में यूक्रेन पर मास्को के हमले के बाद स्वीडन ने नाटो सैन्य गठबंधन में शामिल होने का ऐतिहासिक निर्णय लिया था। पिछली बार रूस ने स्वीडिश हवाई क्षेत्र का उल्लंघन मार्च 2022 में किया था, जब स्वीडिश लड़ाकू विमानों ने गोटलैंड के ऊपर दो Su-24 और दो Su-27 लड़ाकू विमानों को रोका था।