रविवार को एक यात्री विमान भयंकर हादसे का शिकार हो गया। रिपोर्ट के अनुसार, कनाडा एयरलाइंस का विमान जैसे ही वैंकावूर एयरपोर्ट से लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरी वैसे ही वह आकाशीय बिजली का शिकार हो गया। रविवार को हुए इस हादसे में विमान पर 400 यात्रा सवार थे। हालांकि गनीमत रही कि किसी तरह से कोई जानमाल को नुकसान नहीं पहुंचा।
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, विमान जैसे ही उड़ान भरी और थोड़ी ऊंचाई पर पहुंचा वैसे ही उस पर आकाशीय बिजली गिर गई। हालांकि इस हादसे से विमान को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। विमान में सवार यात्रियों को भी इसका एहसास नहीं हुआ।
एक्जीक्यूटिव फ्लायर्स के मुताबिक, मॉडर्न प्लेन कार्बन मिश्रित होते हैं जो विमान के चारों ओर बिजली का संचालन करने और उसे प्रवेश नहीं करने देने के लिए तांबे की एक पतली परत से ढके होते हैं। यदि बिजली प्लेन पर गिर जाती है तो यात्री बिजली की चमक या गड़गड़ाहट की आवाज देख सकते हैं, लेकिन उन्हें कोई खतरा नहीं होगा और ऐसा महसूस नहीं होगा कि वे बिजली की चपेट में आ गए हैं। इस घटना को एक विमान खोजकर्ता एथन वेस्ट ने अपने कैमरे में कैद कर लिया था।
कनाडा एयरलाइंस के अधिकारियों ने कहा कि हीथ्रो हवाई अड्डे पर फ्लाइट की लैंडिंग के बाद विमान का निरीक्षण किया गया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि विमान को कितना नुकसान हुआ। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, विमानों पर आकाशीय बिजली गिरने की सबसे ज्यादा घटनाएं मार्च और जुलाई माह के बीच होती हैं। इस दौरान मौसम और बादल का बदलना सबसे ज्यादा होता है। गौरतलब है कि आकाशीय बिजली लगभग 30,000C का तापमान रखती है जो सूर्य की सतह से तीन गुना अधिक गर्म होती है।