गाजा। थाईलैंड के प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन ने शुक्रवार को कहा कि हमास द्वारा इजरायल से बंधक बनाए गए बारह थाई नागरिकों को रिहा कर दिया गया है. उन्होंने आगे बताया कि कहा कि दूतावास के अधिकारी मुक्त बंधकों को लेने के लिए जा रहे हैं. थाईलैंड के पीएम ने कहा, “सुरक्षा विभाग और विदेश मंत्रालय द्वारा इसकी पुष्टि की गई है कि 12 थाई बंधकों को हमास ने रिहा कर दिया है. दूतावास के अधिकारी अगले एक घंटे में उन्हें लेने जा रहे हैं. उनके नाम और विवरण जल्द ही सामने आ जाएंगे.” इजरायल और हमास के बीच समझौते के तहत चार दिवसीय युद्ध विराम शुक्रवार को सुबह प्रभावी हो गया और इसी के साथ इजरायल में कैद फिलिस्तीनियों और गाजा में उग्रवादियों द्वारा बंधक बनाए गए दर्जनों लोगों की अदला-बदली का मंच भी तैयार हो गया था. इस कूटनीतिक सफलता से गाजा में 23 लाख लोगों के लिए कुछ राहत दिखाई दे रही है, जिन्होंने हफ्तों तक इजराइली बमबारी को सहा है. यह इजरायल में उन परिवारों के लिए भी राहत भरी खबर है जो सात अक्टूबर के हमास के हमले के दौरान बंदी बनाए गए अपने प्रियजनों को लेकर चिंतित हैं.
संघर्ष विराम ने अंततः युद्ध समाप्त होने की उम्मीदें जगा दी है जिसने गाजा के विशाल हिस्से को नष्ट कर दिया, जिसके कारण कब्जे वाले वेस्ट बैंक क्षेत्र में हिंसा में वृद्धि हुई और पूरे पश्चिम एशिया में व्यापक संघर्ष की आशंका पैदा हो गई. हालांकि, इजरायल ने कहा है कि संघर्ष विराम समाप्त होने के बाद वह बड़े पैमाने पर हमले फिर से शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध है. इजरायल ने कहा कि संघर्ष विराम के प्रभाव में आने के कुछ ही देर बाद ईंधन के चार टैंकरों और रसोई गैस सिलेंडर के चार टैंकरों ने मिस्र से गाजा पट्टी में प्रवेश किया. इजरायल ने संघर्ष विराम के दौरान प्रति दिन 1,30,000 लीटर ईंधन की आपूर्ति की सहमति जताई है. हालांकि गाजा की 10 लाख लीटर से अधिक की दैनिक जरूरत की तुलना में यह छोटा हिस्सा है.