लाहौर के मीनार-ए-पाकिस्तान में पीएमएल-एन पार्टी को 21 अक्तूबर को एक रैली आयोजित करने की अनुमति मिल चुकी है। इस दौरान चार साल बाद लंदन से देश लौट रहे पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ समर्थकों को संबोधित करेंगे। बताया जा रहा है कि शरीफ ने आर्थिक संकट से जूझ रहे देश को बाहर निकालने के लिए एक योजना बनाई है, जिसका खुलासा वो इसी रैली में करेंगे।
बता दें, ब्रिटेन में अपना स्व-निर्वासन समाप्त करने जा रहे तीन बार प्रधानमंत्री रहे शरीफ के अगले साल जनवरी में संभावित आम चुनावों में अपनी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) का नेतृत्व करने की उम्मीद है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, लाहौर जिला प्रशासन ने रविवार को पीएमएल-एन पार्टी को मीनार-ए-पाकिस्तान में एक रैली आयोजित करने की अनुमति दे दी है। मुस्तफाबाद में पार्टी कार्यकर्ताओं से उपाध्यक्ष हमजा शहबाज ने कहा, ‘अगले हफ्ते पीएमएल एन के शीर्ष नेता की वापसी हो जाने के साथ हम एक बार फिर पाकिस्तान को उसके विकास की ओर ले जाने के लिए काम शुरू करेंगे।’
नवाज शरीफ के भतीजे हमजा शहबाज ने कहा कि मीनार-ए-पाकिस्तान में नवाज शरीफ देश को आर्थिक संकट से बाहर निकालने के लिए एक रोडमैप जारी करेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी के नेताओं अपनी राजनीतिक पूंजी को खतरे में डालते हुए देश को बचाया है। अगर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ कोई समझौता नहीं हुआ होता तो देश दिवालिया हो गया होता। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार ने देश को डिफॉल्ट के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया।
पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बेटे हमजा ने कहा, ‘हमारी पार्टी की राजनीति विकास के इर्द-गिर्द घूमती है, जबकि जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री खान के नेतृत्व वाली पार्टी नफरत की राजनीति करती है।’ उन्होंने नौ मई की घटनाओं भी का जिक्र किया। पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के पूर्व सहयोगी रहे पीएमएल-एन नेता मलिक अहमद ने कहा कि 21 अक्तूबर को दिन कोई आम दिन नहीं है। बल्कि यह वह दिन होगा, जब देश गौरव और समृद्धि की ओर अपनी यात्रा शुरू करेगा।
शरीफ 2019 से लंदन में हैं। सात साल की सजा के बीच चिकित्सा आधार पर वह बीच में लंदन चले गए। इन चार वर्षों में नवाज को अल अजीजिया और एवनफील्ड भ्रष्टाचार मामलों में भगोड़ा घोषित किया गया था। रविवार को जानकारी सामने आई थी कि लाहौर के जिला प्रशासन ने पीएमएल-एन को रैली आयोजित करने की अनुमति दे दी है।
वहीं, पिछले महीने पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने पुष्टि की थी कि उनके बड़े भाई 21 अक्तूबर को देश लौट रहे हैं। इसके बाद पीएमएल-एन ने घोषणा की कि नवाज लंदन से लौटने पर 'हर तरह की परिस्थितियों' का सामना करने के लिए तैयार हैं। शरीफ फिलहाल सऊदी अरब में हैं और वह 21 अक्तूबर को दुबई के रास्ते पाकिस्तान के लिए रवाना होंगे और मीनार-ए-पाकिस्तान में एक रैली को संबोधित करेंगे। खबर में कहा गया है कि उनकी कानूनी टीम अगले सप्ताह उनकी सुरक्षात्मक जमानत के लिए आवेदन कर सकती है।
नवाज की वापसी से पहले पीएमएल-एन पार्टी सुप्रीमो के 'ऐतिहासिक स्वागत' की तैयारी कर रही है। शहबाज ने हाल के दिनों में कई रैलियों को संबोधित किया है और मीनार-ए-पाकिस्तान कार्यक्रम के लिए समर्थन जुटाने के लिए व्यापारियों के साथ बैठकें की हैं। पीएमएल-एन नवाज की घर वापसी पर लाहौर में शक्ति प्रदर्शन को पार्टी के लिए सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम मानती है। पीएमएल-एन के प्रवक्ता बिलाल यासीन को 14 अक्तूबर को लिखे पत्र में लाहौर के उपायुक्त ने कहा कि प्रस्तावित स्थल पर अनुमति आयोजक द्वारा यह हलफनामा देने के बाद दी गई कि किसी अप्रिय घटना की स्थिति में वे पूरी जिम्मेदारी लेंगे।